Gorakhpur News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर युवा समाज और राष्ट्रहित की भावना के साथ काम कर रहे हैं. इन कार्यों के साथ गैर सामाजिक संगठन होने के नाते हमारी जिम्मेदारी है कि हम युवाओं से जुड़ी योजनाओं को भी उन तक पहुंचाएं. उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि बहुत से ऐसे युवा हैं, जो खुद का स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं, लेकिन सरकारी योजनाओं और ऋण के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है. ऐसी तमाम योजनाएं हैं, जिनसे जुड़कर युवा ऋण प्राप्त कर अपना स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं.
ऐसे युवा उनसे मिलने आए और उन्हें जब इसकी जानकारी हुई, तो 22 में 16 ऐसे थे, जो अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहते रहे हैं. ऐसे युवाओं के साथ समाज के अन्य वर्गों के लोगों तक भी योजनाओं की जानकारी एबीवीपी को पहुंचाने के जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा. तभी इन योजनाएं सही मायने में धरातल पर सफल होती हुई दिखाई देंगी. एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने इसके पहले भी कई अवसरों पर अपनी जिम्मदारी का बखूबी निर्वहन किया है.
'देश के युवाओं की समझनी होगी जिम्मेदारी'
बता दें कि गोरखपुर के तारामंडल नौकाविहार स्थित बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में एबीवीपी के प्रांत अधिवेशन के समापन के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदियत्यनाथ ने बतौर मुख्य अतिथि ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि युवा एबीवीपी से जुड़कर युवा समाज और राष्ट्र के प्रति समर्पित हों. साथ ही उन्होंने कहा कि हार्दिक प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है कि एबीवीपी के त्रिदिवसीय प्रांत अधिवेशन में संवाद का अवसर मिल रहा है. एक-दूसरे को समझने के साथ देश के युवाओं की जिम्मेदारी को समझना होगा. आज ही के दिन काकोरी कांड के महानायकों को फांसी की सजा हुई थी. सामूहिक रूप से गोरखपुर उन क्रांतिकारियों की भूमि रही है. ये देश कभी रुका नहीं. गोरखपुर प्रान्त के अधिवेशन इसी गोरखपुर क्षेत्र के नौजवानों, किसानों, क्रांतिकारी अंग्रेजों से लड़े और आजादी की लड़ाई में आजाद भारत के लिए योगदान दिया. फांसी पर चढ़ने वाले युवाओं की उम्र क्या रही होगी. अंग्रेज जानते थे कि इनका सूरज कभी अस्त नहीं होगा. यही वजह है कि अंग्रेजों का सूरज हमेशा के लिए अस्त हो गया.
'धारा 370 को चोरी छिपे संविधान में डाला गया था'
सीएम योगी ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव हमारा आकलन करने के वर्ष के रूप में मनाने के भाव को हमें समझना होगा. ये अमृत ऊर्जा का काल है. बलिदानियों के त्याग और बलिदान की ऊर्जा, आत्म निर्भर भारत की ऊर्जा है. अपनी परंपरा और संस्कृति को युगानुकूल तकनीक के साथ आगे बढ़कर आत्म निर्भर भारत की परिकल्पना साकार किया जाय. उन्होंने कहा कि कश्मीर में धारा 370 को चोरी छिपे संविधान में डाला गया. बाबा साहब की आवाज को कांग्रेस ने दबा दिया. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि भारत में दो विधान, दो निशान नहीं चलेंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनके बलिदान के फलस्वरूप आज पीएम मोदी के नेतृत्व की सरकार ने धारा 370 को समाप्त कर दिया. एक संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को संवाद बनाकर विवादित मुद्दों को हल किया जा रहा है.
'गांधी जी भी जहां होंगे काशी की सुंदरता देखकर खुश हो रहे होंगे'
उन्होंने कहा कि असम, मेघायल, अरुणाचल प्रदेश और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में भाजपा और समर्थित सरकार है. कोई सोचता था, 1980 के दशक में कोई कहता था कि ये सपना साकार होगा. लोग कहते थे कि ये फिजूल की बात है. लेकिन आज वो सपना भी साकार हुआ है. योग को मानवता के अमूल्य धरोहर के रूप में मान्यता दे दी गई. कुम्भ को पूरे विश्व ने पवित्र माना है. सीएम योगी ने कहा कि महात्मा गांधी ने 1916 में काशी में गंदगी देखकर तल्ख टिप्पणी की थी. आज मोदी जी ने काशी को ऐसा बना दिया है कि गांधी जी भी जहां होंगे काशी की सुंदरता और स्वच्छता देखकर खुश हो रहे होंगे. काशी में पीएम ने स्वच्छता के दूतों का सम्मान और उनके साथ भोजन किया. क्या कभी ऐसा पहले कभी देखा है.
सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने काशी में गंगा जी में डुबकी लगाई. कोरोना जैसी महामारी से पिछले 20-22 महीनों से देश लड़ रहा है. अमेरिका से भारत की आबादी कहीं अधिक है. भारत से अधिक मौतें कोरोना से अमेरिका में हुई हैं. ये सबकुछ कुशल नेतृत्व और योग्य शासक पर निर्भर करता है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के लिए एबीवीपी लगातार आवाज उठाता रहा है. गैर राजनीतिक संगठन होने के कारण सामाजिक दायित्व भी है. इसके बावजूद सरकार के अच्छे कार्य और योजनाओं की जानकारी भी होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि 22 बच्चे बीटेक पास करके मिलने आए थे और उन 22 में 16 स्टार्टअप शुरू करना चाहते थे. छोटी पूंजी की जरूरत थी. उनके लिए तमाम योजनाएं थी. लेकिन उन्हें उसकी जानकारी नहीं थी. एबीवीपी इन योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराए. वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट के तहत 1 लाख 21 हजार करोड़ के कारोबार हम इसके माध्यम से विदेशों में कर रहे हैं.
'शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं'
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक योजना बनाई और मैपिंग कराकर हर जिले के प्रोडक्ट की मैपिंग कराई गई. 57 जिलों में प्रोडक्ट थे, अन्य जिलों के लिए भी प्रोडक्ट ढूंढने को कहा गया. बांसुरी पीलीभीत, बल्ले मेरठ, पीतल मेरठ, कालीन, गोरखपुर में टेराकोटा को लिया. उन्होंने कहा कि लोग कहते थे टेराकोटा से क्या होगा. टेराकोटा को आगे बढ़ाया गया. लेकिन दीपोत्सव में 51 हजार दीप मंगाए गए थे. टेराकोटा का स्टैंड लेकर आये थे. जिससे 3 दिन में 8 लाख रुपये कमाए. ऐसा पहले कभी नहीं कमाए थे. लक्ष्मी-गणेश जी की हमारे देश की मिट्टी की बनी मूर्ति घर-घर में पूजी जा रही है.
बालिका सुमंगला योजना की हमें जानकारी होनी चाहिए. बालिका का जन्म होगा, वो एक साल की होगी तो उसके सारे टीके, 5, 9, ग्रेजुएशन और आगे भी उसके खाते में पैसे जाएंगे. शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएंगे, तभी उसका लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि आज संघर्ष का नहीं सुशासन के लिए युवा की क्या भूमिका हो सकती है, इसके लिए एबीवीपी को युवाओं को तैयार करना होगा. आजादी का अमृत महोत्सव युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा.
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