गाजियाबाद हादसा: मृतकों के परिजनों को मिलेंगे 15-15 लाख रुपये, सरकारी नौकरी का भी आश्वासन
सीएम योगी ने मेरठ मंडल आयुक्त और आईजी को इसकी रिपोर्ट देने का आदेश दिया है जिससे हादसे की वजह का पता चल सके और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके.
गाजियाबाद. श्मशान घाट का लेंटर गिरने से हुए हादसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है. योगी ने मेरठ मंडल आयुक्त और आईजी को इसकी रिपोर्ट देने का आदेश दिया है जिससे हादसे की वजह का पता चल सके और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके. उन्होंने साथ ही गाजियाबाद के जिलाधिकारी और एसएसपी को भी घटनास्थल पर जाने को कहा.
योगी ने आदेश दिया कि राहत कार्य में घायलों को इलाज में कोई कोताही ना बरती जाए. उन्होंने कहा कि मेरी संवेदना शोक संतप्त परिजनों के साथ है. राज्य सरकार सभी पीड़ित परिवारों के साथ मजबूती के साथ खड़ी है. पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता दी जाएगी.
15-15 लाख रुपये मुआवजे का एलान हादसे में मारे गए मृतकों के परिजनों के लिए 15-15 लाख रुपये मुआवजे का एलान किया गया है. इसके अलावा जिला अधिकारी आदित्य प्रजापति ने सरकारी नौकरी का भी आश्वासन दिया है.
क्या बोले सीएम योगी?
जनपद गाजियाबाद के मुरादनगर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के संबंध में... pic.twitter.com/iCcu4PR3zx
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 3, 2021
पीएम मोदी ने भी जताया दुख मोदी ने ट्वीट कर कहा, "उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है. राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है. इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं."
उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है। राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है। इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
— Narendra Modi (@narendramodi) January 3, 2021
अब तक 25 लोगों की मौत बता दें कि मुरादनगर श्मशान घाट में लेंटर गिरने से अब तक 25 लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा 17 लोग घायल भी हुए हैं. सभी लोग एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में पहुंचे थे.
तीन लोग गिरफ्तार
पुलिस ने नगरपालिका की कार्यकारी अधिकारी निहारिका सिंह, कनिष्ठ अभियंता चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि आरोपी ठेकेदार अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
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