Uttar Pradesh News Today: उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार (16 दिसंबर) को काफी गहमा गहमी के बीच शुरू हुआ. शीतकालीन सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभा को संबोधित किया. सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष जमकर जुबानी हमला.


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन के दौरान दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि जब मुस्लिम समाज के पर्व या त्योहार के जुलूस हिंदू इलाकों से सुरक्षित निकल जाता है, उन्हें कोई दिक्कत नहीं होती है. यहां तक कि मुस्लिम समुदाय का जुलूस मंदिर के सामने से भी निकल जाता है पर कोई दिक्कत नहीं होती है. 


'मुस्लिम इलाकों से हिंदू...'
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये समस्या वहीं क्यों खड़ी होती है, जब कोई हिंदू जुलूस या शोभा यात्रा किसी मस्जिद या मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र से निकलती है. उन्होंने कहा, "मुस्लिम पर्व या त्योहार के जुलूस हिंदू इलाकों से निकल सकते हैं, तो हिंदू पर्व या त्योहार के जुलूस मुस्लिम इलाकों से क्यों नहीं निकल सकते हैं." उन्होंने कहा, "प्रदेश के अंदर अगर किसी मुस्लिम या अन्य मत मजहब के पर्व त्योहार में कोई समस्या खड़ी नहीं होती है,तो फिर हिंदू पर्व त्योहार पर अगर समस्या खड़ी करेगा तो सरकार सख्ती से निपटने का काम करेगी."


सदन में अपने संबोधन में सीएम योगी ने कहा, "आप चाहते हैं कि आपके पर्व और त्योहार तो शांतिपूर्ण तरीके से मनाए जाएं. आपके संभल में तो सिया सुन्नी का भी विवाद हुआ था. 1976 में पूरा विवाद तो शिया सुन्नी का था. उस समय जामा मस्जिद के कब्जे को लेकर के इसी बात का विवाद था." उन्होंने कहा, "आप लोग इस सच पर धूल मत डालिए."


विपक्ष पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि लखनऊ का शिया सुन्नी विवाद भारतीय जनता पार्टी के समय में खत्म हुआ है. उन्होंने कहा कि ये लोग शिया सुन्नी को भी लड़ाते थे क्योंकि आपकी शुरू से ही राजनीति रही है बांटने की और कटवाने की. इसलिए हमने कहा कि न बटेंगे न कटेंगे.


अल्लामा इकबाल के शेर पढ़ साधा निशाना
सपा विधायक संग्राम यादव के बयान पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "अल्लामा इकबाल अपने को शिक्षक कहते हैं, एक दोहरे चरित्र के व्यक्ति के द्वारा कुछ पंक्तियां लिखी गई हैं और बाद में उसका चरित्र कैसे बदला है." इस दौरान उन्होंने अल्लामा इकबाल के एक शेर पढ़ा.


सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "अल्लामा इकबाल को पेशे से शिक्षक कहा जाता है उनकी कविता की पहली लाइन ही यही है...मुस्लिम हैं हम वतन हैं, सारा जहां हमारा...बातिल से दबने वाले, ऐ आसमां नहीं हम." उन्होंने संग्राम सिंह यादव की तरफ इशारा करते हुए पूछा कि आप अल्लाम इकबाल की पंक्तियां सुनने के बाद भी उन्हें अपना आदर्श मानते हैं क्या?"


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अल्लाम इकबाल अपने को पेशे से शिक्षक कहते रहे हैं, ऐसे शिक्षक छात्रों को पढ़ाएंगे तो दुर्गति जरूर करवाएंगे. उन्होंने कहा कि इकबाल की एक कविता पढ़कर करके वास्तविकता पर धूल नहीं डाल सकते हैं.


'मस्जिदों से हो रही बिजली चोरी'
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सदन में दावा किया कि संभल में बिजली चोरी मस्जिदों से हो रही है. उत्तर प्रदेश पवार कॉर्पोरेशन का लाइन लॉस 30 फीसदी से कम है, जबकि संभल में दो इलाके हैं, दीपा सराय और मिया सराय इन दोनों इलाको में लाइन लॉस 78 फीसदी और 82 फीसदी है. उन्होंने कहा कि देश के संसाधनों की लूट कैसे होती है वहां पता चलेगा, वैसे तो कहेंगे प्रशासन चोर है, जब प्रशासन चोरी उजागर कर रहा है तो कह रहे हैं अत्याचार है. सच्चाई कभी छिप नहीं सकती.


ये भी पढ़ें: जियाउर्रहमान के दादा शफीकुर्रहमान बर्क के बयान का जिक्र कर सीएम योगी ने बढ़ा दिया सियासी पारा, जानें-क्या कहा?