लखनऊ, अनुभव शुक्ला। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी 12-13 अगस्त को व्लादिवोस्तोक, रूस के दौरे पर रहेंगे। दरअसल, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमण्डल व्लादिवोस्तोक जाएगा, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में रूस और भारत के सहयोग पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इस प्रतिनिधिमण्डल में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, गोवा तथा असम प्रदेश सम्मिलित होंगे।
इस दौरे में उत्तर प्रदेश का नेतृत्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे, जिसमें। उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधिमण्डल कृषि, खाद्य प्रसंस्करण तथा ऊर्जा व नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में दोनों देशों में परस्पर सहयोग के सम्बन्ध में विचार-विमर्श करेगा। इन क्षेत्रों में एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित किए जाने की भी सम्भावना है।
सोमवार को इस दौरे को लेकर लोकभवन में एक वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग हुई, इस दौरान रूस के प्रतिनिधिमण्डल ने रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्रों में व्यापार और उद्योग स्थापना की सम्भावनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत और रूस के पुराने सम्बन्ध रहे हैं। इस दौरे के बाद रिश्ते और सुदृढ़ होंगे। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमण्डल में सम्मिलित सभी राज्य और कम्पनियां दौरे के सम्बन्ध में पूर्व तैयारियां सुनिश्चित कर लें। यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण है, जो रूस और भारत के रिश्तों को नया आयाम देगा।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रस्तावित दौरे के मद्देनजर काॅन्ट्रैक्ट फार्मिंग, फूड प्रोसेसिंग और रिन्यूएबिल इनर्जी के सम्बन्ध में कार्य किया जा रहा है। 38 कम्पनियों के नाम केन्द्र सरकार को प्रेषित किए गए हैं, जिनकी अनुमति मिल जाने पर प्रतिनिधिमण्डल में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों सहित कौशल विकास और मानव संसाधन में भी उत्तर प्रदेश अग्रणी राज्य है।
वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने रूस के दौरे के लिए अपने प्रदेशों के सम्बन्ध में जानकारी दी।