लखनऊ, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अयोध्या में भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण किया। बतादें कि राम लला की ये प्रतिमा अयोध्या शोध संस्थान में है जो लगभग 7 फुट ऊंची है। जानकारी के मुताबिक, इस मूर्ति को शीशम से बनाया गया है। योगी सरकार ने अयोध्या में राम की 221 मीटर ऊंची प्रतिमा लगाने का एलान किया था। उससे पहले अब राम की दुर्लभ प्रतिमा रामनगरी की शोभा बढ़ाने वाली है। कर्नाटक से 7 फुट की काष्ठ प्रतिमा खरीद कर लाई गई है इसे कर्नाटक के कावेरी कर्नाटक स्टेट आर्ट्स एवं क्राफ्ट इंपोरियम से 35 लाख में खरीदी है।


3 साल से अधिक का लगा समय


7 फुट की इस प्रतिमा को बनाने वाले कारीगरों की मानें तो इसके निर्माण में 3 साल से अधिक का समय लगा है। यह प्रतिमा काष्ठ कला की दुर्लभ कृतियों में शामिल है। यह टीकवुड की बनी काष्ठ कला की दुर्लभ कृतियों में से एक है जिसे 2017 में राष्ट्रपति की ओर से पुरस्कृत भी किया जा चुका है।


सीएम के  ड्रीम प्रोजेक्ट पर काम शुरू 


सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक 221 मीटर ऊंची राम प्रतिमा काम शुरू हो गया है। इसमें 151 मीटर की प्रतिमा होगी, उसके ऊपर 20 मीटर ऊंचा छत्र बनेगा और नीचे 50 मीटर ऊंचा बेस बनेगा। इसमें राम कथा का म्यूजियम, लाइब्रेरी, राम जन्मभूमि मंदिर का इतिहास दर्शाने वाली सामग्री व देश विदेश की राम लीलाओं से जुड़े दुर्लभ चित्र लगाए जाएंगे।


चर्चा में है राम मंदिर का मुद्दा


बता दें कि लोकसभा चुनाव खत्म होने के साथ ही राम मंदिर एक बार फिर से चर्चा में है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी के सभी 18 नवनिर्वाचित सांसदों के साथ 15 जून को अयोध्या जाएंगे। वहां जाकर वो रामलला के दर्शन करेंगे, इसके साथ ही शिवसेना केंद्र सरकार पर राम मंदिर के लिए कानून लाने का दबाव भी बनाएगी।



अयोध्या पहले भी जा चुके हैं उद्धव ठाकरे


अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की मांग करती आई शिवसेना ने कहा था कि इस मामले को कश्मीर मुद्दे की तरह जटिल नहीं बनने देना चाहिए, जिसके समाधान का अब भी इंतजार है।  पिछले साल नवंबर में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपनी पत्नी रश्मि और बेटे आदित्य ठाकरे के साथ भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या पहुंचे थे। वहां रामलला के दर्शन कर राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास को मंदिर निर्माण के लिए चांदी की ईंट भेंट की थी।