भदोही: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को गुरुवार को सोनभद्र के उम्भा गांव नहीं जाने दिया गया. लल्लू को पिछले साल हुए यहां हुए नरसंहार की बरसी पर शासन की अनुमति के बगैर जाने के दौरान गोपीगंज इलाके में हिरासत में ले लिया गया.
पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने बताया कि जिले में धारा 144 लगाई गई है. ऐसे में अजय कुमार लल्लू को वापस जाने के लिए भी कहा गया था. नहीं मानने पर उन्हें उनके पांच साथियों के साथ जिले में गोपीगंज स्थित एक गेस्ट हाउस में रोका गया. लल्लू ने जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओ को वहां जुटने के लिए कहा, जिसके बाद उन्हें हिरासत में लेकर सीतामढ़ी गेस्ट हाउस ले जाया गया.
इस बीच, लल्लू ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि वह उम्भा गांव में पिछले साल विवादित जमीन पर कब्जे को लेकर दबंगों द्वारा गोली मारकर 10 लोगों की हत्या की वारदात की बरसी पर मृतकों को श्रद्धांजलि देने जा रहे थे, मगर पुलिस ने उन्हें रोक लिया. उन्होंने कहा कि कि वह मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने जा रहे थे और एक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ विधायक होने के नाते यह उनका संवैधानिक अधिकार है.
लल्लू का योगी सरकार पर निशाना
लल्लू ने कहा कि पिछले साल आदिवासी और दलितों का जो नरसंहार हुआ उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन शहीद परिवारों के नाम भूमि का आवंटन तो दिखावे के लिए कर दिया मगर आज भी कई लोगों को भूमि पर कब्ज़ा नहीं मिला है. ऐसी भी सूचना मिली है कि शुक्रवार को नरसंहार की बरसी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उभ्भा गांव जा सकते हैं और प्रदेश में कई मंत्री सभा कर रहे हैं, तो कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शहीदों को श्रृद्धांजलि क्यों नहीं दे सकते?
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