UP News: भैरों मिश्र से मिलेंगे यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय, पूर्व BJP सांसद ने यूपी सरकार पर उठाए थे सवाल
पूर्व सांसद भैरों मिश्रा के बेटे को किडनी में समस्या थी जिसके चलते उनका गी इलाज के लिए लाया गया पर अस्पताल की इमरजेंसी में बेड खाली नहीं होने कारण ने भर्ती नहीं किया गया
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस आजकल काफी एक्टिव दिख रही है. विपक्षियों के दुख दर्द में शामिल होकर अजय राय उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया प्रयोग कर रहे हैं.
पिछले दिनों पीजीआई में इलाज न मिलने कारण भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद भैरव प्रसाद मिश्रा के बेटे प्रकाश मिश्रा की मौत हो जाने पर उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाओं पर तमाम सवाल खड़े हुए थे. पूर्व सांसद ने खुद धरना देकर अपनी मांगे रखी थी. हालांकि बाद में जांच कमेटी में दोषी पाए गए डॉक्टर पर कार्रवाई की गई थी. आज यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय पूर्व सांसद भैरव मिश्रा के घर सांत्वना देने के लिए जा रहे हैं. अजय राय के भाजपा सांसद के घर जाने के बाद उत्तर प्रदेश में राजनीतिक गर्माने वाली है.
पिछले कुछ दिनों से विपक्षियों की नींद उड़ाए हैं अजय राय
अजय राय पिछले कुछ दिनों से विपक्षियों की नींद उड़ाए हुए हैं. पिछले दिनों उन्होंने आजम खान से मिलने जाने की बात कहते हुए उनसे मिलने सीतापुर जेल पहुंच गए. हालांकि प्रशासन ने उन्हें मिलने नहीं दिया इसके बाद उन्होंने प्रशासन पर तमाम सवाल खड़े किए. वहीं अंदर खाने इस बात का भी मैसेज गया कि समाजवादी पार्टी के नेता आज़म खान की हालत पर उनसे मिलने नहीं गए लेकिन विपक्ष के नेता उनसे मिलने जा रहे हैं. इसके बाद समाजवादी पार्टी की पीडीए साइकिल यात्रा के दौरान अटैक के कारण रवि भूषण यादव की मौत होने पर अजय राय उनके घर दूसरे दिन सुबह-सुबह पहुंच गए वहीं अखिलेश यादव ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस तक में उन्हें सांत्वना नहीं दी थी हालांकि बाद में दबाव में अखिलेश यादव को रवि भूषण के घर जाना पड़ा और अब पूर्व सांसद भैरव प्रसाद मिश्रा के घर जाकर उनके बेटे को सांत्वना देने के लिए अजय राय जा रहे हैं. उनके इस कृत्य से इस बार भाजपा के स्वास्थ्य सेवाओं पर वह सवाल करेंगे.
क्या हुई थी कार्यवाई
पूर्व सांसद के बेटे को किडनी में समस्या थी जिसके चलते उनका गी इलाज के लिए लाया गया पर अस्पताल की इमरजेंसी में बेड खाली नहीं होने कारण ने भर्ती नहीं किया गया और इसी कारण पूर्व सांसद के बेटे की मौत हो गई. इस मामले में जांच कमेटी की रिपोर्ट पर ड्यूटी पर तैनात इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर चंद्रशेखर वाजपेई को पद से हटाया गया और उनकी पीजीआई से भी छुट्टी कर दी गई.