Bilkis Bano Case Update: गुजरात की बिल्किस बानो के बलात्कारियों की रिहाई को निरस्त कर दोषियों को दोबारा जेल भेजने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस ने स्वागत किया है. अल्पसंख्यक कांग्रेस ने दोषियों की रिहाई के बाद कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाते हुए उन्हें दोबारा जेल भेजने की मांग के साथ पिछले दिनों पूरे प्रदेश में 15 दिनों का हस्ताक्षर अभियान चलाया था. 


अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम ने कहा कि अगस्त 2022 में जब सुप्रीम कोर्ट ने बिल्किस बानो के बलात्कारियों को केंद्र की मोदी सरकार की अनुमति से रिहा किया था तब पूरी दुनिया में हमारी न्यायपालिका की छवि धूमिल हुई थी. शाहनवाज ने कहा कि कल आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सुप्रीम कोर्ट की खराब हुई छवि थोड़ी बहुत दुरुस्त होगी. उन्होंने कहा कि अब सवाल यह है कि बलात्कार के दोषियों की गैर कानूनी रिहाई का आदेश सुनाने वाले जजों पर भी सुप्रीम कोर्ट कोई कार्रवाई करेगी या नहीं. 


बिल्किस बानो मामले पर क्या बोले कांग्रेस नेता?


शाहनवाज आलम ने कहा कि बिल्किस के अपराधियों को विधानसभा चुनाव से पहले रिहा किया गया था. इसलिए उनकी रिहाई को न्यायिक से ज्यादा राजनीतिक फैसला माना गया था. इसलिए भी यह जरूरी है कि सुप्रीम कोर्ट उन जजों के खिलाफ कार्यवाई कर यह संदेश दे कि न्यायपालिका राजनीतिक दबाव और प्रभाव में आने वाले जजों के खिलाफ सख्ती दिखाने और अपनी स्वायत्तता को बचाने में सक्षम है. 


कांग्रेस कार्यकर्ताओं का किया धन्यवाद 


अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम ने बिल्किस बानो के दोषियों को दोबारा जेल भेजने की मांग के साथ 18 अगस्त से 4 सितंबर 2022 तक चलाए गए 15 दिनों के अभियान के लिए अल्पसंख्यक कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं का धन्यवाद भी दिया. 


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