यूपी कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गया ये फैसला, तेज होती जा रही बगावत, अजय राय के खिलाफ खोला मोर्चा
सुरेश यादव को पार्टी से निकाले जाने का पत्र आज कांग्रेस के यूपी की अनुशासन समिति के सदस्य और पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ल ने जारी किया. अब उनके बाद कई और नेताओं ने पार्टी का विरोध शुरू कर दिया है.
UP News: संगम नगरी प्रयागराज की फूलपुर विधानसभा सीट से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन करने वाले कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष सुरेश यादव को अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया गया है. जिलाध्यक्ष पद से उन्हें तीन दिन पहले ही हटा दिया गया था. पार्टी से निकाले जाने के बाद बागी सुरेश यादव ने एक बार फिर से प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और यूपी प्रभारी अविनाश पांडेय के खिलाफ मोर्चा खोला है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी को मुझे नहीं बल्कि बीजेपी से मिलकर पार्टी को कमजोर करने वाले अजय राय व अविनाश पांडेय को बाहर निकालना चाहिए था.
दूसरी तरफ सुरेश यादव के समर्थन में अजय राय और अविनाश पांडेय पर इसी तरह का गंभीर आरोप लगाते हुए 2022 में विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस के उम्मीदवार सिद्धनाथ मौर्य ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है. उनका कहना है कि पिछले कुछ समय में उत्तर प्रदेश में पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. अखिलेश यादव द्वारा सीटें छोड़ने के बावजूद कांग्रेस पार्टी का चुनाव नहीं लड़ने का फैसला पूरी तरह से गलत था और यह बीजेपी को मदद पहुंचाने वाला था. पूर्व प्रत्याशी सिद्धनाथ मौर्य का दावा है कि तमाम दूसरे लोग भी आने वाले दिनों में कांग्रेस पार्टी को छोड़ देंगे.
नोटिस का नहीं दिया था जवाब
सुरेश यादव को पार्टी से निकाले जाने का पत्र आज कांग्रेस के यूपी की अनुशासन समिति के सदस्य और पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ल ने जारी किया. इस पत्र में लिखा हुआ था कि सुरेश यादव ने पहले पार्टी से बगावत कर गठबंधन उम्मीदवार के खिलाफ नामांकन किया और उसके बाद 25 अक्टूबर को जारी की गई कारण बताओ नोटिस का जवाब भी नहीं दिया. इस बारे में बागी कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुरेश यादव का कहना है कि वह ऐसी कमेटी को कोई जवाब दाखिल नहीं करेंगे, जो बीजेपी से मिलकर कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने में लगी हुई है.
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सुरेश यादव ने पार्टी से निकाले जाने के बाद आज फिर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय पर निशाना साधा. उन्होंने फिर कहा कि यह दोनों नेता बीजेपी से मिले हुए हैं और लगातार उसके लिए काम कर रहे हैं. यह दोनों कांग्रेस पार्टी को लगातार कमजोर कर रहे हैं. इन्होंने कांग्रेस पार्टी को गिरवी रखने का काम किया है. ऐसे में कार्रवाई उनके खिलाफ नहीं बल्कि अजय राय और अविनाश पांडेय के खिलाफ होनी चाहिए.
सुरेश यादव का कहना है कि वह भले ही कांग्रेस पार्टी से निकाल दिए गए हो लेकिन वह फूलपुर के चुनाव में राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के नाम और उनके पोस्टर लेकर ही लोगों से वोट मांगेंगे और चुनाव खत्म होने के बाद इन दोनों नेताओं से मिलकर यूपी के नेताओं की सच्चाई के बारे में जानकारी देंगे.