लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ा झटका लगा है. सेशन कोर्ट ने प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू की जमानत खारिज कर दी है. कांग्रेस पार्टी अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने का मन बना चुकी है. लखनऊ पुलिस की दलील और दस्तावेज देखने के बाद कोर्ट ने सोमवार को लल्लू की जमानत खारिज कर दी. लखनऊ की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट जमानत अर्जी पर सुनवाई कर रही थी. लल्लू पर बसों की सूची देने और फर्जीवाड़े का आरोप है.


बसों की सूची में फर्जीवाड़े का आरोप


आपको बता दें कि यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को इससे पहले 26 मई को भी जमानत नहीं मिली थी. गौरतलब है क‍ि अजय कुमार लल्लू की जमानत के लिए सेशन कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी. पूरे मामले की बता करें तो प्रवासी श्रमिकों को बस उपलब्ध करनावे के लिये कांग्रेस ने यूपी की योगी सरकार बसों की सूची दी थी और इस सूची में फर्जीवाड़ा करने के मामले में अजय कुमार लल्लू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. उन्हें लखनऊ पुलिस ने आगरा से गिरफ्तार किया गया था. लल्लू को गोसाईगंज स्थित जिला जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है. जेल में बने क्वारंटाइन बैरक में उन्हें रखा गया है. कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कांग्रेस द्वारा श्रमिकों की मदद के लिए 1000 बस चलवाने की अनुमति मांगी थी.


कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू राजस्थान बार्डर पर लाई गई बसों को यूपी सरकार के अधिकारियों को हैंडओवर करने आगरा गये थे. लेकिन राज्य सरकार की अनुमति नहीं मिलने के बाद अजय लल्लू कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन करने लगे. पुलिस ने उनके खिलाफ आगरा में लॉकडाउन तोड़ने और लखनऊ में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर दिया गया. इसके बाद लखनऊ पुलिस ने आगरा जाकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस गिरफ्तारी का विरोध किया है. इसके अलावा उन्होंने कहा है कि सरकार के खिलाफ हम संघर्ष करेंगे.


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