गोरखपुर, एबीपी गंगा। यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष अजय कुमार लल्‍लू मंगलवार को पत्‍थरबाजी के आरोप में जेल भेजे गए आरोपियों के घर पहुंचे। उन्‍ह‍ोंने वहां पर उनके परिजनों से हालचाल लिया। परिजनों से मिलने के बाद उन्‍होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुलिसवालों ने निर्दोष लोगों को जबरन जेल भेज दिया। दूध, सब्‍जी लेने और दुकानों पर बैठे लोगों को जेल भेज दिया गया। लल्लू ने घटना की न्‍यायायिक जांच और मृत लोगों के परिजनों को 25 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की।


अजय कुमार लल्‍लू ने कहा कि सरकार निर्दोष लोगों को प्रताड़ित करने का काम क्‍यों कर रही है। 'सीएए और एनआरसी का संवैधानिक तरीके से विरोध करना क्‍या गलत है। मोबाइल छीना जा रहा है, शांतिपूर्वक आंदोलन करना क्‍या गलत है। संवैधानिक रूप से मौलिक अधिकार है'। निर्दोष लोगों की लड़ाई सड़क से सदन तक कांग्रेस लड़ेगी। उन्‍होंने कहा कि वे लोग राज्‍यपाल को ज्ञापन सौंपने वाले हैं। एक पत्‍थरबाज को पकड़कर पुलिस को सौंपा भी था। आखिर वो आदमी कौन था, ये पुलिस ने पता क्‍यों नहीं किया।


उन्‍होंने कहा कि उन्‍हें लगता है कि भाजपा ने सुनियोजित तरीके से इस तरह के उपद्रव को पूरे प्रदेश में फैलाने का काम किया है। उन्‍होंने घटना की न्‍यायिक जांच और मृत लोगों के परिजनों को 25 लाख और घायलों को 10 लाख रुपए सहायता मिलनी चाहिए। निर्दोष लोगों को छोड़ा जाना चाहिए। लल्‍लू ने कहा कि 2007 की घटना सीएम को याद है। गोरखपुर से लेकर बलिया तक आगजनी हुई थी।


क्‍या उस समय के हिंसा में लिप्‍त लोगों से भी रुपए वसूल किए जाएंगे। 2002 में कुशीनगर में भी हुआ था। क्‍या उनसे भी संपत्ति लेकर वसूली किया जाएगा। ये सरकार प्रायोजित तरीके से हिंसा करा रही है। ये स्‍पष्‍ट हो चुका है कि साजिश कौन कर रहा है, सरकार को अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए।