UP Congress Protest: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आज बुधवार को यूपी विधानसभा के घेराव का ऐलान किया है, जिसके लिए हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कल शाम से ही लखनऊ में पहुंचना शुरू कर दिया है. कांग्रेस दफ्तर में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन के लिए जुटने लगे हैं, वहीं दूसरी तरफ प्रशासन की ओर पार्टी के बड़े नेताओं को रोका जा रहा है. कांग्रेस के यूपी प्रभारी अविनाश पांडे को उनके होटल में ही पुलिस ने नजरबंद कर लिया है.
यूपी कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे को लखनऊ में उनके होटल में रोका गया है. उन्हें होटल से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जा रही है. इसे लेकर अविनाश पांडे ने नाराजगी जताई और कहा कि ये सरकार लोगों की आवाज दबाना चाहती है, हम जनता के मुद्दों को उठाना चाहते हैं. लेकिन हमें अपनी बात रखने नहीं दी जा रही है.
अविनाश पांडे को किया नजरबंद
यूपी की डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस को मुद्दाविहीन बताया और कहा कि अगर उन्हें लगता है कि वो इस तरह से माहौल अपने पक्ष में कर लेंगे तो ये ग़लत होगी. इसे लेकर जब कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हम इन मामलों पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते आज हम जनता के मुद्दों की आवाज उठाने के लिए यहां संघर्ष कर रहे हैं और हम हर हाल में विधानसभा कूच करेंगे.
इस बीच कांग्रेस पार्टी की पार्षद ममता चौधरी को चौक पुल पर पुलिस ने रोक कर हिरासत में ले लिया है. ममता चौधरी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ प्रदेश कार्यालय जा रही थी इसी दौरान पुलिस ने पार्षद व उनके साथियों को हिरासत में लिया. कांग्रेस नेता दीपक सिंह को भी रोके जाने की खबर है, जिसके बाद उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के घर के पास धरना देना शुरू कर दिया.
प्रशासन के किए सुरक्षा के इंतजाम
एक तरफ जहां कांग्रेस ने विधानसभा का घेराव करने के लिए बड़े स्तर पर तैयारी की है तो वहीं पुलिस प्रशासन की ओर से भी कड़े इंतज़ाम किए गए हैं. लखनऊ पुलिस ने कांग्रेस दफ्तर की तरफ बढ़ रहे लोगों को हिरासत में लेना शुरू कर दिया है. कांग्रेस के बड़े नेताओं को उनके घर और होटलों में ही रोका जा है.
कांग्रेसी कार्यकर्ता विधानसभा तक नहीं पहुंच पाएं उसके लिए बड़े-बड़े बैरिकेड्स लगाए है. ये बैरिकेड्स सामान्य बैरेकेड्स से ऊंचे हैं और इन पर ऊपर की ओर नुकीला लोहा लगाया है. पूरे इलाके में धारा 163 लागू की गई है. पुलिस प्रशासन ने अपील की है कि विधानसभा का सत्र चल रहा है ऐसे में प्रदर्शन ने विशिष्ट सदस्यों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है और क़ानून व्यवस्था ख़राब हो सकती है.