यूपी: गायों की दुर्दशा पर कांग्रेस ने खोला योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा, आज से शुरू होगी पदयात्रा
कांग्रेस गोरक्षा के मुद्दे पर आज से 'गाय बचाओ-किसान बचाओ पदयात्रा' शुरु करने जा रही है. पदयात्रा ललितपुर से शुरू होगी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू शनिवार सुबह ललितपुर से पदयात्रा शुरू करेंगे.
लखनऊ. यूपी में गायों को लेकर सिसायत तेज हो गई है. गायों की दुर्दशा को लेकर कांग्रेस ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस गोरक्षा के मुद्दे पर आज से 'गाय बचाओ-किसान बचाओ पदयात्रा' शुरु करने जा रही है. पदयात्रा ललितपुर से शुरू होगी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू शनिवार सुबह ललितपुर से पदयात्रा शुरू करेंगे. पदयात्रा चित्रकूट में खत्म होगी.
गायों की अस्थियां लेकर जाएंगे लल्लू पदयात्रा के दौरान लल्लू सिर पर गायों की अस्थियां रखकर चित्रकूट जाएंगे. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि इस पदयात्रा से पहले ही कांग्रेस के कई नेताओं को उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया है, लेकिन पार्टी यह स्पष्ट कर देना चाहती है कि अगर पदयात्रा को रोकने की कोशिश की गई तो सरकार को उसका अंजाम भुगतना पड़ेगा.
कांग्रेस का आरोप कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘ श्रीकृष्ण-राम के प्रदेश में गायों की दुर्दशा कराई जा रही है. सरकारी गौशालाएं यातना गृह बन गयी हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके विरोध में कांग्रेस शनिवार से पूरे प्रदेश में 'गाय-किसान बचाओ पदयात्रा' शुरू करेगी. इसकी शुरुआत ललितपुर जिले से होगी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू इस पदयात्रा की अगुवाई करेंगे.
प्रियंका ने योगी को लिखी थी चिट्ठी गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गायों को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखी थी. प्रियंका ने पत्र में लिखा था, "ललितपुर के सौजना से आई गौमाता के शवों की तस्वीरें देखकर मन विचलित हो गया है. अभी ये विवरण नहीं मिले हैं कि इन गायों की मौत किन परिस्थितियों में हुई है, लेकिन तस्वीरों से लग रहा है कि चारा-पानी न मिलने की वजह से ही मौतें हुई हैं. देखकर लगता है कि कई दिनों की भूख और प्यास से धीरे-धीरे हुई पीड़ादायक मौतें हैं." प्रियंका गांधी ने लिखा कि दुखद यह भी है कि यह इस तरह की पहली तस्वीर नहीं है. इससे पहले भी प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से ऐसी तस्वीरें आती रही हैं. हर बार इन पर कुछ देर के लिए चर्चा होती है लेकिन इन मासूम जानवरों की देखभाल के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते. सवाल उठता है कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है?ये भी पढ़ें: