धर्मांतरण मामला: आदित्य गुप्ता कैसे बना अब्दुल? पढ़े वो 7 सवाल जिनका जवाब नहीं मिलने पर अपनाया मुस्लिम धर्म
कानपुर का आदित्य गुप्ता आखिर कैसे अब्दुल बन गया ये हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे. आदित्य से ऐसे किन सवालों का जवाब मांगा जा रहा था जिससे वो अब्दुल बनने के रास्ते पर बढ़ चला.
कानपुर. मूक बधिर आदित्य गुप्ता भी धर्मांतरण गिरोह की कठपुतली बन गया था. कानपुर के आदित्य गुप्ता के अब्दुल बन जाने के मामले में कई खुलासे हो रहे हैं. जांच में पता चला कि मूक बधिर आदित्य का धर्म परिवर्तन करने के लिए उसे सात-आठ साल पहले ही टारगेट कर लिया गया था. आदित्य के मन में हिंदू धर्म के प्रति संदेह पैदा गया फिर जहर घोला गया. उससे हिंदू धर्म से जुड़े ऐसे सवाल पूछे गए जिनके जवाब आसान नहीं थे. आदित्य जब इन सवालों के जवाब नहीं ढूंढ पाया तो उसे बताया गया कि दुनिया मे इस्लाम ही सर्वश्रेष्ठ धर्म है. इस्लाम के बारे में उसे बता कर इस तरह गुमराह किया गया कि वह इस्लाम को ही सब कुछ मानने लगा.
मंदिर में पूजा करने वाला आदित्य कब मस्जिद में नमाज पढ़ने वाला अब्दुल बन गया उसके घर वालों को पता भी नहीं चला. आदित्य की मां उसके धर्म बदलने से काफी परेशान हैं. उनका कहना है की सोची समझी साजिश के तहत मूक बधिर लोगों को धर्मांतरण कराया जा रहा है. धर्मांतरण कराने वालों ने जानबूझकर के इस तरीके के वीडियो बना रखे हैं जो इस्लाम की खासियत बताते हैं. इन वीडियो के जरिए दूसरे धर्मों को दोयम दर्जे का बताया जाता है.
आदित्य की भाषा को समझने वाली उसकी मां का कहना है कि मूक बधिर बच्चों को टारगेट करके इस तरह के वीडियो दिखाए जाते हैं. जबकि हिंदू धर्म के विषय में इस तरीके के वीडियो उपलब्ध नहीं है जिन्हें मूक बधिर बच्चे देखकर धर्म के बारे में कुछ जानकारी ले सकें. उन्होंने बताया कि 7 साल पहले वह चमनगंज क्षेत्र में स्थित हलीम मुस्लिम कॉलेज में सप्ताह में 1 दिन इस्लाम की शिक्षा देने वाले मोहम्मद वासिफ के संपर्क में आया था. मोहम्मद वासिफ ने वीडियो के जरिए उसका ब्रेनवाश किया और बाद में अपने गिरोह के हवाले कर दिया.
आदित्य की मां ने उन सवालों की लिस्ट बनायी है जो वह उनसे पूछा करता था. आइये अब आपको वो सवाल बताते हैं जिनका जवाब नही मिलने पर आदित्य अब्दुल बनने के रास्ते पर बढ़ चला.
- हिंदू धर्म में तमाम देवी-देवताओं को पूजा जाता है जबकि इस्लाम में केवल एक अल्लाह को?
- सबसे पुराना धर्म हिंदू नहीं बल्कि इस्लाम है?
- हिंदू धार्मिक पुस्तकों और ग्रंथों में नियम स्पष्ट नहीं है? जबकि कुरान में सबकुछ शीशे की तरह साफ
- हिंदू धर्म मे मांसाहार वार्जित क्यों है? जबकि अल्लाह मांसाहार को अच्छा मानता है
- हिंदू धर्म में एक शादी की ही इजाजत क्यों है? जबकि इस्लाम में अल्लाह ने कई शादियों की इजाजत दी है
- हिंदू धर्म में शव को जलाया जाना गलत है जबकि शव को दफनाया जाना सही है जोकि इस्लाम में होता है ताकि कोई भय न हो
- हिंदू धर्म में स्त्री और पुरुषों का पहनावा गलत है? जबकि इस्लाम में महिला पुरुष का पहनावा बिल्कुल सही और आदर सम्मान का सूचक भी है
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