Mau News: यूपी (UP) के मऊ जिले में चल रहे रेस्टोरेंट (Restaurant) और होटल (Hotel) व्यवसाय में अवैध रूप से काम पर रखे गए नाबालिग बाल श्रमिकों के खिलाफ प्रशासन सख्त हो गया है. जिलाधिकारी अरुण कुमार (Arun Kumar) के निर्देश पर जिले के कई नामी रेस्टोरेंट्स में छापेमारी की कार्रवाई की गई है और 6 नाबालिग बंधुआ मजदूर को मुक्त कराया गया है. मऊ जिले में स्थानीय बड़े रेस्टोरेंट्स और होटलों में नाबालिग बाल बंधुआ मजदूरों से काम कराने की गोपनीय सूचना मिलने के बाद प्रशासन ने यह कार्रवाई की है.
प्रशासन ने जिले के नामी गिरामी रेस्टोरेंट और होटलों पर छापेमारी की, जिसमें 6 बाल बंधुआ मजदूरों को उनके मालिकों के चंगुल से छुड़ाया गया. साथ ही उनकी मेडिकल कराई जा रही है और पुनर्वास के लिए भी व्यवस्था की जा रही है. वहीं आरोपी रेस्टोरेंट्स मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है.
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काम करते हुए मिला बिहार का नाबालिग बच्चा
मऊ के श्रम प्रवर्तन अधिकारी लईक अहमद ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर जिले के कई नामी रेस्टोरेंट और होटलों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई है. इसमें मऊ के ब्रह्मस्थान (सहादतपुरा) क्षेत्र में तंदूरी तड़का रेस्टोरेंट पर हुई कार्रवाई में एक बिहार का नाबालिग बच्चा काम करते हुए टीम को मिला. साथ ही जिले के अन्य पांच स्थानों से भी कुल 6 बच्चे बंधक बनाकर गैर कानूनी तरीके से मजदूरी से मुक्त कराए गए. इनके मेडिकल आदि की कार्रवाई कराने के बाद पोषण पुनर्वास की व्यवस्था की जा रही है.
शासन के कड़े निर्देश के बाद हुई कार्रवाई
गौरतलब है कि जिले के बड़े-बड़े नामी रेस्टोरेंट्स धड़ल्ले से संचालित किए जा रहे हैं, जिसमें बाल श्रमिकों को रखकर काम कराया जा रहा है. इस बीच प्रशासन खामोश मूकदर्शक बनकर इस व्यवस्था को देख रहा है. शासन के कड़े निर्देश के बाद की गई कार्रवाई से कितना बाल बंधुआ मजदूरी को प्रशासन रोक पाएगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.