Auraiya Crime News: यूपी (UP) के औरैया (Auraiya) में एक शिक्षक की पिटाई से हाई स्कूल में पढ़ने वाले एक दलित छात्र की इलाज के दौरान मौत होने की खबर सामने आई है. आरोप है कि टेस्ट में एक सवाल गलत होने के बाद शिक्षक ने छात्र को बुरी तरीके से पीटा था. ऐसे में छात्र को गंभीर चोटें आई थीं, जिसका इलाज खुद आरोपी शिक्षक करा रहा था. इस बीच कुछ दिनों के बाद जब शिक्षक ने छात्र के परिजनों का फोन उठाना बंद कर दिया. इसके बाद शिक्षक की शिकायत थाने में की गई और मुकदमा दर्ज कराया गया. वहीं 20 दिनों के इलाज के बाद सोमवार को सैफई में छात्र की मौत हो गई.


मामला जिले के अछल्दा थाना क्षेत्र के बैसौली गांव का है. यहां के रहने वाले राजू दोहरे ने 24 तारीख को थाने में एक तहरीर दी थी, जिसमें अश्वनी सिंह नाम के शिक्षक पर आरोप लगाते हुए लिखा था, 'मेरा बेटा आदर्श इंटर कॉलेज अछल्दा में हाई स्कूल की पढ़ाई कर रहा था. 7 तारीख को समाजिक विज्ञान के शिक्षक अश्वनी सिंह सभी छात्रों का टेस्ट ले रहे थे. इसमें मेरा बेटा निखिल भी टेस्ट दे रहा था, लेकिन एक प्रश्न गलत हो जाने की वजह से मेरे बेटे को अश्वनी सिंह ने बुरी तरीके से डंडे और लात-घुंसों से पीटा, जिससे उसे गम्भीर चोटें आईं. जब वह घर आया और हमने चोट को देखा तो वापस कॉलेज गया और उन चोटों को वहां के स्टाफ को दिखाया, तब यह समझौता हुआ कि छात्र के इलाज का पूरा खर्चा आरोपी शिक्षक उठाएगा."


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शिक्षक ने इलाज के लिए दिए 40 हजार रुपये


राजू दोहरे ने आगे लिखा, "शुरुआत में ही 10 हजार रुपये शिक्षक अश्वनी ने इलाज के लिए दिए और जब छात्र की हालत ज्यादा बिगड़ी तो उसे सैफई अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिर शिक्षक ने इलाज के लिए 30 हजार रुपये दिए, लेकिन उसके बाद शिक्षक ने फोन उठाना बंद कर दिया और बात करना भी बंद कर दिया." ऐसे में परिजनों ने अछल्दा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन आज सैफई में 20 दिनों से चल रहे इलाज के बाद दलित छात्र की मौत हो गई. छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. वहीं इस पूरे मामले को लेकर एसपी चारू निगम ने कहा कि 24 सितंबर को अछल्दा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था कि सामाजिक विज्ञान के एक शिक्षक ने टेस्ट में प्रश्न गलत होने की वजह से छात्र को बुरी तरीके से पीटा था.


एसपी बोली- पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई


उन्होंने बताया कि आरोपी शिक्षक छात्र का इलाज करा रहा था, लेकिन जब पीड़ित का फोन उठाना शिक्षक ने बंद किया, तब उसकी शिकायत थाने में की गई और मामले को दर्ज किया गया. शिक्षक ने इससे पहले इलाज के लिए 10 हजार और 30 हजार रुपये भी पीड़ित परिजनों को दिए थे. वहीं सोमवार को सैफई में इलाज के दौरान छात्र की मौत हो जाने की वजह से बच्चे के शव को पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, जो भी रिपोर्ट आएगी, उसी के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी. मामला आरोपी शिक्षक पर पहले से ही दर्ज है.


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