Meerut Cyber Fraud News Today: साइबर ठग लोगों को ठगने के लिए रोज-रोज नए तरीके ईजाद कर रहे हैं. मेरठ में रिटायर्ड इंजीनियर को ठगने के लिए साइबर ठगों ने बड़ा दांव चल दिया. रिटायर्ड इंजीनियर इतने घबरा गए कि अपने खाते से करीब 8 लाख रुपये की रकम आरटीजीएस कर दी, जब तक होश आया तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
सिंचाई विभाग से रिटायर्ड इंजीनियर जितेंद्र कुमार सिंघल को एक फोन आता है. फोन करने वाला खुद को लखनऊ आलमबाग का इंस्पेक्टर बताता है और कहता है कि आपके बैंक खातों से आतंकवादी मोहम्मद ने ड्रग्स के नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग की है. इसलिए आपके खिलाफ सीबीआई और ईडी ने केस दर्ज कर लिया है. केस से नाम हटवाने के लिए आप सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रख सकते हैं और आपको 7 लाख 95 हजार 755 रुपये जमा करने होंगे नहीं तो आपका घर सील कर दिया जाएगा.
साइबर ठगों ने रिटार्यड इंजीनियर को जाल में फंसाया
साइबर ठगों ने कुछ देर के लिए रिटायर्ड इंजीनियर जितेंद्र कुमार सिंघल का दिमाग हैक कर लिया. उन्हें इस तरीके से घेरा गया कि वो घबरा गए. न किसी से फोन की बात बताई और न किसी से पैसों को लेकर बात की. बस अपने आईसीआईसीआई बैंक खाते से 7 लाख 95 हजार 755 रुपये एसबीआई में ट्रांसफर कर दिए. पैसे ट्रांसफर होने के बाद कोई फोन नहीं आया. कुछ शक होने पर छानबीन की तो समझ गए कि उनके साथ फ्रॉड हो गया है. पुलिस को सूचना दी और फिर साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया.
जांच में जुटी साइबर पुलिस
सिंचाई विभाग के रिटायर्ड इंजीनियर से करीब 8 लाख रुपये की ठगी के मामले में साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. साइबर थाने के प्रभारी सुबोध सक्सेना ने बताया कि जिस खाते में रकम ट्रांसफर की गई इसे सील कर दिया गया है और गहनता से जांच की जा रही है. पुलिस को कुछ क्लू भी मिला है, जिसके आधार पर जांच आगे बढ़ रही है.
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