सहारनपुर, एबीपी गंगा। सहारनपुर में दारुल उलूम ने बड़ा फैसला लिया। दारुल उलूम देवबंद ने कोरोना वायरस की लड़ाई में अपना अहम योगदान देने के इरादे से प्रदेश के मुख्यमंत्री व जिले के आला अधिकारियों को अवगत करते हुए पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि सरकार को अगर जरूरत पड़े तो दारुल उलूम के हॉस्टल को आइसोलेशन सेंटर बना सकती है। दारुल उलूम के प्रेस प्रवक्ता असरफ उस्मानी ने बताया कि दारुल उलूम ने एक पत्र मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी को भेजा है, जिसमे कहा गया है कि अगर सरकार को जरूत पड़े तो 100 कमरों से ऊपर वाले हॉस्टल को छात्रों से खाली कराकर सरकार उसे आइसोलेशन सेंटर बना सकती है।


देश में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसको देखते हुए सरकार द्वारा लगातार आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं। उसी को देखते हुए दारुल उलूम ने भी एक बड़ा कदम उठाया है, जिसमें दारुल उलूम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिले के अधिकारियों को एक पत्र लिखकर अवगत कराया है कि उनके दारुल उलूम में 100 कमरों से अधिक का एक हॉस्टल है, जिसे खाली कराकर अगर जरूरत पड़ी तो सरकार व जिले के अधिकारी उसको आइसोलेशन वार्ड बना सकते हैं, दारुल उलूम देवबंद ने यह अहम फैसला लिया है।


उन्होंने बताया कि 100 कमरों से ज्यादा के हॉस्टल को छात्रों से खाली कराकर छात्रों को दूसरे हॉस्टल में शिफ्ट करा दिया गया है और सरकार से कहा है कि वह इसे आइसोलेशन वार्ड के लिए कभी भी इस्तेमाल कर सकती है। दारुल उलूम के प्रवक्ता अशरफ उस्मानी ने बताया कि यह हॉस्टल मुजफ्फरनगर, सहारनपुर हाईवे पर स्थित है और उसका बड़ा मेन गेट भी हाईवे पर है, गेट बड़ा होने के कारण बड़ी से बड़ी गाड़ियां किसी भी समय बड़े आराम से हॉस्टल के अंदर पहुंच सकती हैं।