(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
हिमा दास और फोगाट सिस्टर्स की राह पर यूपी की ये बेटी, चीन में बजाया भारत का डंका
उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद की रहने वाली सोनम सिरोही ने चीन में भारत का डंका बजाया है। सोनम ने चीन में हुई विश्व पुलिस एथलेटिक्स प्रतियोगिता में ट्रिपल जंप में गोल्ड मेडल और लॉग जंप में सिल्वर मेडल जीता है।
अमरोहा, एबीपी गंगा। वो कहते हैं न हौसले बुलंद हो और कुछ कर गुजरने का जज्बा हो...तो कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी कामयाबी की छलांग लगाई जा सकती है। कुछ ऐसी ही कहानी है सोनम सिरोही की, जो उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद के थाना रजबपुर इलाके की रहने वाली हैं और बीएसएफ जवान हैं।सोनम ने ये साबित कर दिखाया है कि बेटियों की जिंदगी सिर्फ चूल्हा-चौके तक सीमित रखना अब पुरानी बात हो गई है। आज बेटियां हर क्षेत्र में अपने परिवार और देश का नाम रोशन कर रही हैं। गरीबों की पढ़ी-लिखी और आगे बढ़ीं चाहें वो देश की बेटी हिमा दास हो या फिर कुश्ती के मैदान में अपना परचम लहराने वालीं फोगाट सिस्टर्स।
देश की इन बेटियों की तरह ही सोनम ने भी न सिर्फ अपने परिवार बल्कि देश का नाम रोशन किया है। किसान की बेटी सोनम ने ट्रिपल जंप को अपनी कामयाबी की सीढ़ी बनाकर चीन में भारत का डंका बजाया है। सोनम ने चीन में हुई विश्व पुलिस एथलेटिक्स प्रतियोगिता में ट्रिपल जंप में गोल्ड मेडल और लॉग जंप में सिल्वर मेडल जीता है। उन्होंने अपनी प्रतिभा से साबित कर दिखाया है कि संसाधनों के अभाव आपके जज्बे को कम नहीं कर सकते। जज्बा है, तो आसमान की बुलंदियों पर पहुंचा जा सकता है।
चीन में भारत का नाम रोशन कर वतन लौटीं सोनम का उनके गांववालों ने ढोल नगाड़ों के साथ जोरदार स्वागत किया। सोनम अपनी इस सफलता पर बेहद खुश हैं, उन्हें गर्व है कि वे भारत के लिए दो मेडल जीतकर लाई हैं। बता दें कि चीन में विश्व पुलिस एथलेटिक्स प्रतियोगिता 8 अगस्त से 18 अगस्त तक चली थी। इसी प्रतियोगिता में सोनम ने गोल्ड और सिल्वर जीतकर देश का मान बढ़ाया है।
वह 2018 में ही बीएसएफ में भर्ती हुई है। सोनम बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स-बीएसएफ में गुजरात के गांधीनगर में तैनात हैं। सोनम की इस उपलब्धि से उसके परिवार में जश्न का माहौल है। उसके माता सुनिता देवी और पिता राजवीर सिंह बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि उनकी बेटी ने पूरे विश्व में हमारा और देश का नाम रोशन कर दिया है। ईश्वर ऐसी बेटी सबको दे।
इस मौके पर सोनम सिरोही भी काफी खुश नजर आईं और गांव वालों ने उनका स्वागत परिवार वालों के साथ मिलकर ढोल नगाड़ों के साथ किया। सोनम एथलेटिक्स का क..ख..ग...घ...सोनकपुर स्टेडियम में सीखा। जिसके बाद वे केरल में आयोजित इंडिया कैंप की भी प्रतिभागी रहीं। सोनम को आगे बढ़ने के लिए प्रशासन की मदद की उम्मीद है। उनका कहना है कि खेल में खर्च बहुत आता है, ऐसे में आर्थिक मदद की जरूरत है।
सोनम सिरोही का सफर
- रजबपुर स्थित नेहरू स्मारक इंटर कालेज से 12वीं पास किया।
- चोटीपुरा स्थित किशन सिंह मैमोरियल डिग्री कॉलेज से बीए पूरा किया।
- बताते चलें कि देश के लिए गोल्ड और सिल्कर लेकर आईं सोनम 11वीं क्लास तक को ट्रिपल जंप को जानती तक नहीं थीं।
- सोनम का कहना है कि स्कूल की एक छात्रा एक बार ट्रिपल जंप की प्रेक्टिस कर रही थी, उसी को देखकर मैंने भी प्रैक्टिस शुरू की।
- जब सोनम को प्रैक्टिस करते हुए पीटीआइ कुलदीप सिंह ने देखा, तो उन्होंने उनका नियमित अभ्यास कराना शुरू कर दिया।
- यहीं से शुरू होता है सोनम का ट्रिपल जंप का सफर। स्कूल में तो प्रैक्टिस के लिए कभी ईंद की दीवार तो कभी रस्सी का सहारा लेती थीं, क्योंकि वहां उपयुक्त संसाधनों की कमी थी।
- उन्होंने मंडल स्तर की कई प्रतियोगिताओं में मेडल जीते। हालांकि, 12 वीं क्लास में पैर में चोट लगने के कारण वे करीब एक साल तक खेल से दूर रहीं।
- 2016 में रिकवर कर सोनम मुरादाबाद के सोनकपुर स्टेडियम में कोच रणदीप सिंह के संपर्क में आईं और मुरादाबाद में रहकर दोबारा प्रैक्टिस शुरू की।
- सोनम ने दो साल तक मुरादाबाद में रहकर नियमित अभ्यास किया।
- 2018 में गुवाहाटी में हुई नेशनल प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और सिल्वर मेडल जीता।
- जुलाई, 2018 में बीएसएफ ज्वाइन की। वो इस वक्त गुजरात के गांधीनगर में तैनात हैं।
- बीएसफ की तरफ से ही चीन के चेंगडू में आयोजित वर्ल्ड पुलिस एथलेटिक्स प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और गोल्ड व सिल्वर मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाया।