UP Dengue Cases: उत्तर प्रदेश में बारिश थमने के बाद से ही डेंगू ने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं. लखनऊ-प्रयागराज समेत कई जिलों में इस बीमारी के आंकड़े डराने वाले हैं. ऐसे में इसको लेकर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बड़ा फैसला लिया है. यूपी सरकार के निर्देशों के अनुसार, सभी सरकारी डॉक्टर्स की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं. 


डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस बार डेंगू के मामले कम हुए हैं. वहीं, डेंगू से लड़ने की पूरी तैयारी है. अस्पतालों में बेड रिजर्व हैं और पर्याप्त प्लेटलेट्स के भी इंतजाम कर लिए गए हैं. इसके अलावा, डिप्टी सीएम ने बताया कि सभी सरकारी डॉक्टरों की छुट्टी भी रद्द कर दी गई है. अब डेंगू मरीजों के लिए सरकारी डॉक्टर लगातार अपनी सेवा देंगे.


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लखनऊ-प्रयागराज में डेंगू के आंकड़े डराने वाले
कुछ दिन पहले के आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी लखनऊ के सरकारी अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों में भर्ती डेंगू मरीजों का आंकड़ा 100 पार कर गया है. 110 से ज्यादा पेशेंट लखनऊ के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं. कई हॉस्पिटल्स में तो डेंगू वार्ड फुल हो गए हैं, जिस वजह से अतिरिक्त वार्ड बनाए गए. लखनऊ में सबसे ज्यादा मरीज आलमबाग, कृष्णानगर के अस्पतालों में और पीजीआई में भर्ती हैं. इसके अलावा, बलरामपुर अस्पताल, केजीएमयू, लोहिया अस्पताल और सिविल हॉस्पिटल में भी 11 डेंगू पेशेंट्स का इलाज चल रहा है. 


प्रयागराज के आंकड़े और भी ज्यादा डराने वाले हैं. जिले में डेंगू के लगभग 400 केस सामने आए हैं. राहत की खबर यह है कि भारी संख्या में मरीज स्वस्थ होकर घर भी वापस जा चुके हैं. 350 से ज्यादा मरीज अब डेंगू की चपेट से बाहर हैं.


केंद्र की ओर से एक्सपर्ट की टीम भेजी गई लखनऊ
इसके अलावा, फिरोजाबाद, आगरा, प्रयागराज और इटावा में भी डेंगू का प्रकोप देखने को मिल रहा है.  प्रशासन का कहना है कि आने वाले समय में जरूरत पड़ी तो सभी अस्पतालों में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में बेड और बढ़ाए जाएंगे. बता दें, 15 अक्टूबर को केंद्र सरकार की तरफ से 6 सदस्यीय एक्सपर्ट टीम उत्तर प्रदेश के लिए रवाना की गई थी.