UP Politics: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के संबंधों पर निशाना साधते हुए कहा कि चाचा और भतीजे में एक बार फिर शीतयुद्ध छिड़ चुका है. उन्होंने यह बात सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर की ओर से दिए गए शिवपाल यादव के बीजेपी में शामिल होने के दावे के बाद कही है.


दरअसल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले शिवपाल सिंह यादव की भारतीय जनता पार्टी के साथ आने के कयास पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बीजेपी अभी सिर्फ अपने गठबंधन मित्रों की ओर ध्यान दे रही है. हमारा पूरा ध्यान प्रदेश की 80 लोकसभा सीटें जीतने की ओर है. हालांकि आगे उन्होंने यह जरूर कहा कि चाचा और भतीजे के बीच जो विवाद चल था वह केवल मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के समय खत्म हुआ था, लेकिन अखिलेश और शिवपाल के बीच इस समय एक बार फिर से शीत युद्ध शुरू हो चुका है. 


यूपी की सभी लोकसभा सीट जीतने का दावा


इस दौरान केशव प्रसाद मौर्य ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीट जीतने का दावा किया है. उनका कहना है कि 80 लोकसभा सीट जीतने के साथ ही लगातार तीसरी नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनाने जा रहे हैं. उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि 'सपा-बसपा और कांग्रेस चाहे जो भी गठबंधन या ठगबंधन कर लें, प्रदेश में उनका खाता भी नहीं खुलने वाला है.'


नए मुकाम पर पहुंचा देश


उनका कहना है कि 'देश की जनता ने पीएम मोदी के आह्वान पर भ्रष्टाचार, परिवारवाद, गरीबी और तुष्टीकरण के खिलाफ जंग छेड़ रखी है. चाहे चंद्रमा पर चंद्रयान-3 भेजने की बात हो या फिर आदित्य एल-1 की लांचिंग हो, आज हमारा देश प्रगति के नए मुकाम पर पहुंच गया है. भारत ने विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनकर यह साबित किया है कि विपरीत परिस्थितियों में भी हमारे पास आगे बढ़ाने की ताकत है.'


'एक देश और एक चुनाव' केंद्र सरकार का ऐतिहासिक कदम


केशव प्रसाद मौर्य ने एक देश और एक चुनाव को केंद्र सरकार का ऐतिहासिक कदम बताया है. उनका कहना है कि अभी तक हर साल कोई ना कोई चुनाव होता है, जिसमें पैसे की काफी बर्बादी होती है, एक देश एक चुनाव होने से जो पैसे की बर्बादी रुकेगी उससे गरीबों, महिलाओं, नौजवानों और किसानों का उत्थान होगा. जिससे गरीबों के जीवन में खुशहाली आएगी.


उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल के नेता को अगर कोई भी सुझाव देना है तो वह इसके लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनी कमेटी को अपना सुझाव दे सकती है. उस पर संसद के विशेष सत्र में विचार होगा. उसके बाद सरकार और देश के प्रधानमंत्री देश के लिए जो उचित होगा, वह फैसला करेंगे.


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