लखनऊ, एबीपी गंगा।  उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सोनभद्र की घटना को दुखद बताया। मीडिया से बात करते हुये उन्होंने कहा कि सभी दोषियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। सरकार ने जिम्मेदार अधिकारियों को भी हटाया है। ये घटना कांग्रेस के कुकर्म के कारण है। प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुये उन्होंने कहा कि वे नाटक और राजनीति कर रही हैं। प्रियंका गांधी को पीड़ित परिवारों से मिलवा दिया गया है।


हाल ही में यूपी भाजपा के अध्यक्ष बने स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि कांग्रेस न्याय नहीं चाहती, माहौल बिगड़ना चाह रही है। प्रियंका घड़ियाली आंसू बहा रही, अब ड्रामा बंद करें। लाशों पर राजनीति करना, जमीन कब्जाना कांग्रेस का काम रहा है।

यूपी के डिप्टी सीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधा

सोनभद्र की घटना पर कांग्रेस ओछी राजनीति कर रही है, प्रियंका गांधी वाड्रा अपनी पार्टी के कृत्यों की लीपापोती के लिए सियासी ड्रामा कर रही हैं, ये कहना है उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा का। दिनेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस घड़ियाली आंसू बहा रही है, इस समस्या की जड़ कांग्रेस ही है। डिप्टी सीएम ने कहा की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सोनभद्र की घटना में लापरपाही बरतने वाले एसडीएम, सीओ, इंस्पेक्टर, दारोगा और कांस्टेबल को निलंबित किया गया है।


कांग्रेस जिम्मेदार


उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि इतिहास गवाह है कि कांग्रेस और उनके सहयोगी दल समाजवादी पार्टी और बसपा अपने शासन काल में गरीबों की जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा करती रही है। 1955 से लेकर 1989 के बीच कांग्रेस की सरकार ने उक्त जमीन को गलत तरीके से एक सोसाइटी के नाम कर दी गई। जमीनों पर कब्जा करने का कांग्रेस, सपा और बसपा का पुराना इतिहास रहा है। भाजपा सरकार इसकी जांच करवा रही है। इनके नाम करोड़ों की बेनामी संपत्तियां निकल रही हैं।


सियासी ड्रामा कर रही हैं प्रियंका


डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस घड़ियाली आंसू बहा रही है। इस समस्या की जड़ कांग्रेस ही है। कांग्रेस ने गरीबों की जमीन को कुछ रसूखों को बांट दी थी। भाजपा सरकार ने इसकी जांच शुरू करवाई। अब इसकी लीपापोती के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा सियासी ड्रामा कर रही हैं।



सीएम ने लिया सख्त एक्शन


उपमुख्यमंत्री डा. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर वाराणसी जोन के एडीजी पूरे प्रकरण की जांच कर 10 दिन में रिपोर्ट सौपेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस पर सख्त कार्रवाई की। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस क्षेत्राधिकारी घोरावल,  उपजिला अधिकारी (एसडीएम) घोरावल, घोरावल पुलिस थाने के इंस्पेक्टर, हलके के दारोगा और बीट कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस पूरे प्रकरण की बारीकी से जांच हो रही है, घटना के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।