UP MLC By-Election 2023: उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की दो सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं और इस उपचुनाव को लेकर यूपी में सियासी हलचल फिर से तेज हो गई हैं. विधान परिषद उपचुनाव को लेकर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसा है. डिप्टी सीएम ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को सपा बहादुर कहते हुए उन्हें पराजय की बधाई दी है.


डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर लिखा-"पराजय के धनी सपा बहादुर श्री अखिलेश यादव की पार्टी सपा विधान परिषद के उप चुनाव में प्रत्याशी उतार कर नगरीय निकाय चुनाव में करारी शिकस्त के बाद एक और सुनिश्चित पराजय के लिए अग्रिम बधाई." हाल ही में बीजेपी इन सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम का एलान भी कर दिया है. विधान परिषद की दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए बीजेपी ने पद्ममसेन चौधरी और मानवेंद्र सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है. 



वहीं समाजवादी पार्टी ने रामकरण निर्मल और रामरतन राजभर को विधान परिषद उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है. विधान परिषद उपचुनाव में समाजवादी पार्टी दलित और अति पिछड़ा कार्ड खेलने की तैयारी में है. हालांकि संख्या बल नहीं होने के बावजूद समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल कराए हैं.


विधान परिषद उपुचनाव का समीकरण


दरअसल विधान परिषद की इन दोनों सीटों पर अलग-अलग चुनाव होगा, यानी एक चुनाव में 403 विधायक वोट डालेंगे और दूसरे में भी 403 विधायक वोट डालेंगे. ऐसे में बहुमत के आधार पर एक एक सीट पर जीत हार का फैसला होगा. अलग-अलग चुनाव होने पर बीजेपी के बहुमत का आंकड़ा सहयोगी दलों के साथ 274 एक उम्मीदवार को वोट जाएगा और फिर 274 दूसरे उम्मीदवार को वोट जाएगा. वहीं अगर राजा भैया के दोनों विधायक बीजेपी को वोट करते हैं तो ये संख्या 276 हो जाएगी. इसके साथ ही सुहेलदेव के 5 विधायक भी बीजेपी के पक्ष में वोट करते हैं तो यह संख्या 281 हो जाएगी. वहीं अगर समाजवादी पार्टी की बात करें तो उनके उम्मीदवार को 118 वोट मिलेगें. क्योंकि सपा के 109 और उसके सहयोगी दल आरएलडी के 9 विधायक हैं.


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