UP News: कांग्रेस (Congress) की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के खिलाफ मध्य प्रदेश (MP) में एक दिन में 41 एफआईआर दर्ज हुई है. इस पर बीएसपी (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) का बयान सामने आया है, जिसका उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने स्वागत किया है. मौर्य ने कहा है कि कांग्रेस और विशेषकर गांधी खानदान का आचरण भ्रष्टाचार की बड़ी से बड़ी इमारत खड़ी करने का रहा है.


केशव मौर्य ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेताओं की ओर से ऐसे बयान विशुद्ध रूप से राजनीतिक लाभ के लिए दिए जाते हैं. उन्होंने कहा है कि किसी की भावना अगर इस तरह के बयानों से आहत होती है, तभी ऐसे मुकदमे लिखाए जाते हैं. साथ ही मौर्य ने मायावती के समर्थन के सवाल पर कहा, "उन्होंने क्या कुछ कहा है, मैंने देखा नहीं है लेकिन जो गलत है, वह वास्तव में गलत है. अगर इस तरह की कार्रवाई का मायावती समर्थन करती हैं तो उनका स्वागत है." वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई बीजेपी नेताओं के ट्विटर से ब्लू टिक हटाए जाने पर मौर्य ने कहा है कि यह टेक्निकल मामला है. इसे आईटी मिनिस्ट्री के लोग देखेंगे. उन्होंने कहा है कि तिरंगा हमारे स्वाभिमान, सम्मान और पहचान का प्रतीक है.


बीएसपी सुप्रीमो ने किया था ये ट्वीट


मायावती ने ट्वीट किया था, "एमपी सरकार में 50 प्रतिशत कमीशनखोरी के आरोप को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप, मुकदमों आदि की राजनीति से कमरतोड़ महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, शोषण-अत्याचार आदि जनहित से जुड़े ज्वलन्त मुद्दों का चुनाव के समय पीछे छूट जाना कितना उचित? ऐसा क्यों?"


ग्वालियर में भी प्रियंका गांधी पर केस दर्ज


बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप वाले विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर इंदौर में प्रियंका गांधी, कमलनाथ और अरुण यादव सरीखे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के ट्विटर खातों के ‘‘हैंडलर’’ (खाता चलाने वाला व्यक्ति) के खिलाफ शनिवार रात प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इस मामले में बीजेपी की ओर से ग्वालियर में भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. इससे पहले बीजेपी नेताओं ने प्रियंका गांधी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी.


प्रियंका गांधी ने क्या कहा था?


प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को ट्विटर पर दावा किया था कि एमपी के ठेकेदारों के एक संघ ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर शिकायत की है कि उन्हें 50 प्रतिशत कमीशन देने के बाद ही भुगतान मिलता है. उन्होंने आरोप लगाया था, ‘‘कर्नाटक की भ्रष्ट बीजेपी सरकार 40 प्रतिशत कमीशन वसूलती थी. एमपी में बीजेपी सरकार भ्रष्टाचार के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़कर आगे निकल गई है. कर्नाटक की जनता ने 40 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया अब एमपी की जनता 50 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार को सत्ता से हटाएगी.’’


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