ओवैसी की UP में एंट्री को लेकर क्या कह गए डिप्टी CM? कैसे और क्यों खिलाएंगे ओवैसी भाजपा का कमल
यूपी में असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री को लेकर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ओवैसी की एंट्री से बीजेपी पर कोई असर नहीं पड़ेगा. कमल खिल गया है और खिलता रहेगा.
लखनऊ: 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एआईएमआईएम के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी यूपी में सक्रिय नजर आ रहे हैं. नए सियासी समीकरणों को लेकर उन्होंने सुहैल देव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर के साथ मुलाकात की है.
खिलता रहेगा कमल यूपी में असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री को लेकर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बड़ी बात कही है. डिप्टी सीएम ने कहा है कि ओवैसी की एंट्री से बीजेपी पर कोई असर नहीं पड़ेगा. कमल खिल गया है और खिलता रहेगा.
BJP's health won't be affected at all by Owaisi coming to UP. Lotus has bloomed & will keep blooming: UP Deputy CM Keshav Prasad Maurya on AIMIM Chief Asaduddin Owaisi meeting Suheldev Bharatiya Samaj Party's O P Rajbhar in Lucknow https://t.co/DDUvdDrhc7 pic.twitter.com/Gf24iPC8lc
— ANI UP (@ANINewsUP) December 16, 2020
ओमप्रकाश राजभर से की मुलाकात ओमप्रकाश राजभर से मुलाकात के बाद ओवैसी ने कहा कि बिहार में जो हमें कामयाबी मिली उसमें ओमप्रकाश राजभर जी का भी सहयोग है. हम ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर एलायंस का हिस्सा थे. हमको तो बिहार की सफलता के बाद हौसला मिला है और उस कामयाबी के सिलसिले को जारी रखेंगे. बिहार में हाल में ही विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम को पांच सीटें मिली थीं. राजभर से चर्चा करने के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी के यूपी अध्यक्ष प्रगति समाजवादी पार्टी (लोहिया) प्रमुख शिवपाल सिंह यादव से मिले हैं और आने वाले कुछ दिनों में, मैं भी उनसे भी मिलूंगा और बातचीत करूंगा.
पहले भी चुनाव लड़ चुकी है एआईएमआईएम गौरतलब है कि, ये पहला मौका नहीं है जब एआईएमआईएम उत्तर प्रदेश में कोई चुनाव लड़ने जा रही है. इससे पहले 2015 में जब यूपी में जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत चुनाव हुए तब भी एआईएमआईएम ने जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत के चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारे भी थे. बलरामपुर, मुजफ्फरनगर, आजमगढ़ में पार्टी के उम्मीदवार इन चुनाव में जीते भी थे.
विधानसभा चुनाव में नहीं मिली सफलता 2017 में प्रदेश में हुए नगर निगम के चुनाव में भी एआईएमआईएम ने पूरे दमखम के साथ अपने उम्मीदवार चुनाव में उतारे थे. तब 78 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे गए थे जिनमें से 29 को जीत मिली थी. 2017 के विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम ने प्रदेश में कुल 35 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे लेकिन किसी को भी जीत हासिल नहीं हुई थी.
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