UP News: आरएसएस (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) के मुलसमानों वाले बयान पर जुबानी जंग तेज हो गई है. बुधवार को एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने उस बयान पर काफी सवाल खड़े किए. जिसके बाद यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने औवैसी को जवाब दिया है.
डिप्टी सीएम ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "सर संघचालक ने जो कहा है उसे इस देश का अधिकांश मुस्लिम समाज और हिंदू समाज दोनों ही मानता है. वह उसे मानता है और समझता भी है. असदुद्दीन ओवैसी पर मुस्लिम तुष्टिकरण करने का आरोप लगाया है. दूध और चीनी मिल कर उसका टेस्ट बढ़ाते हैं, लेकिन असदुद्दीन ओवैसी दूध और नींबू मिलाकर उसका टेस्ट खराब करने का काम करते हैं."
औवैसी ने उठाए थे सवाल
वहीं इससे पहले औवैसी ने मोहन भागवत के बयान पर कहा, "मुसलमानों को भारत में रहने या हमारे धर्म का पालन करने की "अनुमति" देने वाले मोहन कौन होते हैं? हम भारतीय हैं क्योंकि अल्लाह ने चाहा. उन्होंने हमारी नागरिकता पर "शर्तें" लगाने की हिम्मत कैसे की? हम यहां अपने विश्वास को "समायोजित" करने या नागपुर में कथित ब्रह्मचारियों के समूह को खुश करने के लिए नहीं हैं. संघी दशकों से 'आंतरिक शत्रुओं' और 'युद्ध की स्थिति' का रोना रो रहे हैं और लोक कल्याण मार्ग में उनके स्वयं के स्वयंसेवक कहते हैं, कोई नहीं घुसा है."
बता दें कि मोहन भागवत ने अपने बयान में कहा था, "हिन्दू हमारी पहचान, राष्ट्रीयता और सबको अपना मानने और साथ लेकर चलने की प्रवृति है और इस्लाम को देश में कोई खतरा नहीं है, लेकिन उसे 'हम बड़े हैं' का भाव छोड़ना पड़ेगा. हिन्दुस्तान, हिन्दुस्तान बना रहे, सीधी सी बात है. इससे आज भारत में जो मुसलमान हैं, उन्हें कोई नुकसान नहीं है. वह हैं. रहना चाहते हैं, रहें. पूर्वज के पास वापस आना चाहते हैं, आएं. उनके मन पर है."