अखिलेश यादव के मानसून ऑफर का केशव प्रसाद मौर्य ने दे दिया जवाब, बढ़ जाएगी यूपी की सियासी हलचल
Keshav Prasad Maurya on Monsoon Offer: यूपी में इस समय चल रही बीजेपी की आंतरिक कलह चर्चा का विषय बनी हुई और इसी बीच हाल ही में केशव प्रसाद मौर्य और भूपेंद्र चौधरी के दौरे ने भी सियासत तेज कर दी है.
UP News: उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस समय हलचल तेज और इसी बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का मानसून ऑफर भी चर्चा का विषय बना हुआ है. इसी बीच अब यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा मुखिया अखिलेश यादव के मानसून ऑफर का बिना नाम लिए ही जवाब दे दिया है.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा-"मानसून ऑफर को 2027 में 47 पर जनता और कार्यकर्ता फिर समेटेंगे. एक डूबता जहाज और समाप्त होने वाला दल जिसका वर्तमान और भविष्य खतरे में है. वह मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख सकता है, परंतु पूर्ण नहीं हो सकता. 2027 में 2017 दोहरायेंगे, फिर कमल की सरकार बनायेंगे."
मानसून आफर को 2027 में 47 पर जनता और कार्यकर्ता फिर समेटेंगे।
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) July 19, 2024
एक डूबता जहाज़ और समाप्त होने वाला दल जिसका वर्तमान और भविष्य ख़तरे में है।
वह मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख सकता है,
परंतु पूर्ण नहीं हो सकता।
2027 में 2017 दोहरायेंगे,
फिर कमल की सरकार बनायेंगे।
बता दें कि अखिलेश यादव ने यूपी में बीजेपी के बीच चल रही आतंरिक कलह पर तंज कसते हुए एक ऑफर दिया था. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा-"मानसून ऑफर, सौ लाओ, सरकार बनाओ!"
अखिलेश यादव ने भले ही अपने पोस्ट में किसी का नाम नहीं लिखा हो लेकिन माना जा रहा था कि उनका ये ऑफर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के लिए ही हैं. क्योंकि अखिलेश यादव पहले भी कई तरह का ऑफर डिप्टी सीएम को दे चुके हैं. सपा मुखिया पहले भी खुला ऑफर देते हुए कह चुके हैं कि अगर आपको सरकार बनाने का सपना पूरा करना है तो 100 विधायक तोड़कर लाएं.
यूपी में लोकसभा चुनाव 2024 के बाद से बीजेपी में लगातार विवाद गहराया हुआ है, बीजेपी को यूपी में महज 33 सीटों पर ही जीत मिली. इस चुनाव के पार्टी ने अपनी हार को लेकर समीक्षा बैठक की जिसमें कई बातें सामने निकलकर आईं. अब पार्टी संगठन और कैबिनेट में कुछ बदलाव कर सकती है, वहीं विपक्ष भी बीजेपी की आंतरिक कलह को लेकर कई तरह के बयान दे रहा है.
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