लखनऊ, एबीपी गंगा। नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण के कथिव वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। इसी मामले को लेकर शुक्रवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने प्रेस वार्ता की। लखनऊ में पत्रकारों के साथ बातची में उन्होंने कहा कि एसएसपी वैभव कृष्ण ने गोपनीय दस्तावेज लीक कर सर्विस रूल का उल्लंघन किया है। उनसे पूछा जाएगा कि उन्होने गोपनीय दस्तावेज लीक क्यों किए।
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, 'वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी नोएडा ने सेक्टर 20 थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। हमने निष्पक्षता के आधार पर केस को हापुड़ ट्रांसफर कर दिया। एसपी हापुड़ इस मामले की जांच कर रहे हैं। आईजी मेरठ जोन इस मामले को नजदीकी से देखेंगे। एडीजी मेरठ से जांच करने को कहा गया है। एडीजी मेरठ ने जांच के लिए और समय मांगा है। हमने 15 दिन का और समय दिया है। इस जांच में साइबर क्राइम एक्सपर्ट और एसटीएफ की मदद ली जा रही है।'
वायरल वीडियो का मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान
यूपी पुलिस में हड़कंप मचाने वाले इस प्रकरण में आईजी रेंज मेरठ आलोक सिंह से जांच रिपोर्ट मांगी गई हैं। पूरे मामले पर आईजी रेंज की रिपोर्ट सामने आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें कि एसएसपी वैभव कृष्ण द्वारा मुख्यमंत्री को एक गोपनीय रिपोर्ट भेजी गई थी लेकिन उन्हें यह रिपोर्ट अबतक नहीं मिली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीएम ऑफिस से गोपनीय रिपोर्ट मांगी है। जानकारी के मुताबिक एसएसपी नोएडा ने मुख्यमंत्री को भेजी अपनी रिपोर्ट में आईपीएस अफसरों पर भ्रष्टाचार के तमाम आरोप लगाए थे। वैभव कृष्ण ने इस मामले के पीछे ऐसे ही अफसरों को मुख्य साजिशकर्ता बताया है।
बतादें कि एसएसपी ने कथित वायरल वीडियो पर पर सफाई दी थी। एसएसपी वैभव कृष्ण ने कहा था कि उनके नाम से तीन फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे हैं, जिनमें पीछे से किसी लड़की की आवाज सुनाई दे रही है। उन्होंने कहा था कि ये वीडियो साजिश के तहत उन्हें बदनाम करने के लिए वायरल किए गए हैं। दावा किया जा रहा है कि वीडियो में एसएसपी लेटे हुए लड़की से चैटिंग कर रहे हैं। माना जा रहा है कि चैट करने वाली लड़की ने इस वीडियो को खुद ही रिकॉर्ड किया और वायरल कर दिया।
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