Eid Al Fitr 2022: ईद के दिन सड़क रोककर नहीं होगा कोई धार्मिक आयोजन, एडीजी प्रशांत कुमार ने दी ये बड़ी जानकारी
Eid 2022: उत्तर प्रदेश में ईद, अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती को लेकर व्यापक इंतजाम किये गये हैं. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने इस संबंध में विशेष जानकारी दी है.
UP Latest News: ईद, अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya 2022) और परशुराम जयंती को लेकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस की व्यापक व्यवस्था की गई है. सभी धर्मगुरुओं से बातचीत हो गई है. पुलिस-प्रशासन और धर्मगुरुओं द्वारा यह अपील की जा चुकी है कि सभी त्योहार परंपरागत तरीके से मनाये जाने हैं. किसी भी सार्वजनिक स्थल को बाधित नहीं करना है. धर्मगुरुओं की अपील और आपसी सहयोग से भारी संख्या में लाउडस्पीकर भी धार्मिक जगह से हटाए गए और उनकी आवाज भी कम की गई है.
धार्मिक स्थानों पर रखी जाएगी नजर
एडीजी ने कहा कि ईद में 7436 ईदगाह और 19,949 मस्जिदों समेत कुल 31151 जगहों पर नमाज अता की जाएगी. संवेदनशीलता के आधार पर 2846 स्थानों के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है. धर्मगुरुओं के साथ लोगों के साथ हमारी बैठक हो चुकी हैं. अब तक सहमति के आधार पर 60,178 स्पीकर हटाए जा चुके हैं. उतने ही लाउडस्पीकर की आवाज भी कम की जा चुकी है.
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि विद्युत विभाग, जल विभाग से बातचीत करके बिजली-पानी की तरह साफ-सफाई की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए. नमाज के दौरान पशुओं का आवागमन न हो, उसके लिए भी व्यापक प्रबंधन करने के लिए सभी जनपदों को अवगत कराया जा चुका है. इसके अलावा साजिश के तहत किसी तरह की घटना करके धार्मिक स्थानों को कोई क्षति न पहुंचाया जाए, ये भी देखा जा रहा है.
एडीजी ने कहा कि धर्म ग्रंथों के साथ कोई खिलवाड़ हो, उसके विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं और सोशल मीडिया पर लगातार जो भी पोस्ट आ रहे हैं, उस पर निगरानी की जा रहे हैं. हम लोग कॉन्फिडेंट हैं. आश्वस्त हैं. अलविदा की नमाज के दौरान नॉर्मल से अधिक भीड़ होती है. उसके लिए कमेटी और पुलिस प्रशासन के बीच में वार्ता हो चुकी है. परंपरा के हिसाब से व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जायेंगी.
बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन को लेकर चेतावनी दी है. सीएम के मुताबिक धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थान पर ही हों. उन्होंने कहा है कि धर्मगुरुओं से संवाद बना कर यह सुनिश्चित करें कि सड़क मार्ग, यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन न हो.
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