UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होंगे. 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान किया जाएगा. वहीं इससे पहले दल-बदल का दौर जारी है. बता दें कि यूपी चुनाव से पहले बीजेपी के विकेट लगातार गिरते जा रहे हैं.  पार्टी के कई बड़े चेहरे पिछले दो दिनों के भीतर इस्तीफों की झड़ी लगा चुके हैं. कई और विधायक और मंत्री इस कतार में खड़े हुए हैं. चलिए जानते हैं अब तक कितने विधायकों ने बीजेपी का साथ छोड़ा है.


अब तक ये विधायक छोड़ चुके हैं  बीजेपी का साथ 


1- स्वामी प्रसाद मौर्य ने छोड़ा बीजेपी का साथ


योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी का साथ छोड़ककर सपा का दामन थाम लिया है. पांच बार विधायक रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ओबीसी के बड़े नेता है. स्वामी प्रसाद मौर्य का चुनाव से ठीक पहले इस्तीफा बीजेपी के लिए 440 वोल्ट के झटके जैसा है.


2- योगी कैबिनेट में वन पर्यावरण मंत्री रहे दारा सिंह चौहान ने दिया इस्तीफा


मौर्य की तरह दारा सिंह ने भी पिछड़ों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए बीजेपी से इस्तीफा दिया है. दारा सिंह चौहान बीएसपी और सपा में रह चुके हैं. वह सबसे पहले बीएसपी से एमएलसी रहे, फिर राज्यसभा गए. बाद में बीएसपी छोड़ सपा में आए और घोसी सीट से सांसद बन गए. साल 2014 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद वो 2017 में बीजेपी में आए और मऊ ज़िले की मधुबन सीट से विधायक बन मंत्री बने.


3- शिकोहाबाद से विधायक रहे मुकेश वर्मा ने बीजेपी से दिया इस्तीफा


फिरोजाबाद के शिकोहाबाद विधानसभा से बीजेपी विधायक मुकेश वर्मा ने भी इस्तीफा दे दिया है. वर्मा ने अपने पत्र में लिखा है कि बीजेपी में अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले नेताओं को तवज्जो नहीं दी गई. सरकार में किसानों, छोटे कारोबारियों और बेरोजगारों की उपेक्षा की गई है. बता दें कि वर्मा ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है.इस्तीफा देने के बाद विधायक मुकेश वर्मा ने एबीपी न्यूज से बातचीत में  कहा – हमें बीजेपी ने धोखा दिया है. जहां स्वामी मौर्य जी जाएंगे, वहीं हम जाएंगे, अभी बहुत विधायक संपर्क में हैं.


4- शाहजहांपुर के तिलहर से विधायक रहे रोशन लाल वर्मा ने छोड़ा बीजेपी का साथ


बता दें कि लोधी समाज से आने वाले रोशन लाल वर्मा 12 सितंबर 2016 को बीएसपी से बीजेपी में शामिल हुए थे. वे शाहजहांपुर के तिलहर से लगातार तीन बार विधायक रहे. फिलहाल उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है.


5-बांदा जिले की तिंदवारी से विधायक बृजेश प्रजापति ने दिया बीजेपी से इस्तीफा


कुम्हार समाज से ताल्लुक रखने वाले और बांदा जिले के तिंदवारी से विधायक रहे बृजेश प्रजापति ने भी बीजेपी का साथ छोड़ दिया है. वे स्वामी प्रसाद मोर्य के करीबी बताए जाते हैं. वह बसपा सरकार में पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य भी रहे. बृजेश प्रजापति ने 2016 में ही मौर्य के बीजेपी में आने के बाद बसपा से भाजपा ज्वाइन की थी.


6-कानपुर के बिल्हौर से विधायक रहे भगवती प्रसाद सागर ने छोड़ी बीजेपी


कानपुर के बिल्हौर से विधायक रहे भगवती प्रसाद सागर ने भी बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है. वे पूर्व मंत्री हैं और 4 बार के विधायक हैं. वह एससी में धोबी समाज से आते है और झांसी जिले से भी विधायक रह चुके हैं. 2016 में ही मौर्य के बीजेपी में आने के बाद भगवती प्रसाद बसपा से बीजेपी में आए थे.


7-जय चौबै ने दिया बीजेपी से इस्तीफा


संतकबीरनगर से विधायक रहे दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे भी बीजेपी का साथ छोड़कर साइकिल पर सवार हो गए हैं. जय चौबे का पूर्वांचल में सिक्का बोलता है. वे चुनावी रणनीति तय करने के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं. वहीं जय चौबै के इस्तीफे से पूर्वांचल में बीजेपी का ब्राह्मण समीकरण गड़बड़ा गया है.


8- सीतापुर से विधायक राकेश राठौर ने छोड़ी बीजेपी


सीतापुर से विधायर रहे राकेश राठौर बीजेपी छोड़ने वाले पहले विधायक हैं. उन्होंने भी साइकिल पर सवार होना सही माना है. राकेश राठौर ओबीसी समाज से ताल्लुक रखते हैं.


9. आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी ने भी इस्तीफा दे दिया है.



यह भी पढ़ें:


UP Election 2022: योगी आदित्यनाथ अयोध्या से लड़ेंगे विधानसभा चुनाव? बीजेपी को नफा होगा या नुकसान?


Gorakhpur Mandir: ओमिक्रॉन के खतरे के बीच गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति पर चढ़ेगी खिचड़ी, प्रशासन ने की यह अपील