UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए, शिवसेना (Shiv Sena) नेता आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और कहा कि उनके शासन के दौरान 'धर्मों के बीच नफरत' बढ़ी है और राज्य में अब बदलाव का समय आ गया है. ठाकरे ने सिद्धार्थनगर जिले की डुमरियागंग विधानसभा सीट पर जनसभा को संबोधित करते हुए शिवसेना उम्मीदवार शैलेंद्र उर्फ राजू श्रीवास्तव को 'परिवर्तन का प्रतिनिधि' करार दिया.


आदित्य ठाकरे ने कहा, ''शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने हमेशा कहा कि राजनीति लोगों के कल्याण के लिए होनी चाहिए. यह शिवसेना की राजनीति में परिलक्षित होता है. शासन धर्म के लिये नहीं बल्कि लोगों के कल्याण के लिये है.''


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य को अगली पीढ़ी के नेता के रूप में पेश किया जा रहा है और वह बृहन्मुंबई नगरपालिका के आसन्न चुनावों में गहरी दिलचस्पी ले रहे हैं. शिवसेना ने उत्तर प्रदेश चुनाव में 60 उम्मीदवार उतारे थे, हालांकि 41 चुनाव मैदान में हैं क्योंकि निर्वाचन आयोग ने शिवसेना के 19 उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों को खारिज कर दिया था. आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र सरकार में पर्यटन और पर्यावरण मंत्री हैं, उन्होंने इस बात के लिये खेद जताया कि शिवसेना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार का हिस्सा थी, उन्होंने कहा कि उन्होंने कई गलतियां की हैं. उन्होंने कहा कि लोगों ने 2017 के उत्तर प्रदेश चुनाव और 2019 के आम चुनावों में बीजेपी को भारी जनादेश दिया था.


यह श्रीराम की धरती है- आदित्य ठाकरे 
आदित्य ने कहा, ''बीजेपी ने उन वादों को कभी पूरा नहीं किया जिसका पार्टी ने वादा किया. पार्टी ने केवल घृणा और डर फैलाया. उन्होंने केवल यही बात की कि प्रदेश खतरे में है. यह श्रीराम की धरती है. यहां कोई खतरा नहीं है.'' शिवसेना नेता ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के शासन के दौरान धर्मों के बीच नफरत बढ़ी है यह परिवर्तन का समय है. 'उत्तर प्रदेश की शान, तीर कमान, तीर-कमान' के नारों के बीच आदित्य ने कहा, ''आज का मुख्यमंत्री चुनाव के बाद पूर्व मुख्यमंत्री बन जाएगा.'' उल्लेखनीय है कि धनुष-बाण शिवसेना का चुनाव चिन्ह है.


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