UP Assembly Election 2022: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर राजनीति को प्रदूषित करने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव न सिर्फ राज्य बल्कि केन्द्र सरकार का भी भविष्य तय करेंगे.


अखिलेश यादव ने एक बयान में कहा, ''बीजेपी के शासन में नागरिकों के अधिकार सुरक्षित नहीं हैं. लोकतंत्र को खतरा है. बीजेपी बार-बार झूठ बोलकर अपनी गलतबयानी को सच बनाना चाहती है. वह चालाकी से सराबोर है. उसने न केवल नदियों को बल्कि राजनीति को भी प्रदूषित कर दिया है.'' उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, ''आगामी विधानसभा के चुनावों से प्रदेश का ही नहीं केन्द्र सरकार का भविष्य भी तय होगा. बीजेपी का तथाकथित रथ जुगाड़ का है जबकि समाजवादी रथ से जनआकांक्षाएं जुड़ी हुई हैं. समाजवादी पार्टी की विजय रथ यात्रा के पहिए रूकने वाले नहीं है.'' 


बीजेपी को हार का भय सता रहा है- अखिलेश
सपा प्रमुख ने कहा कि बीजेपी संस्कृत-संस्कृति का राग अलापती है, मगर उसने उसको क्षति पहुंचाई है. उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा को समाजवादी सरकार ने ही सम्मान दिया है. उन्होंने कहा कि वाराणसी के सम्पूर्णानंद संस्कृत महाविद्यालय को प्रदेश की पिछली सपा सरकार ने ही 50 करोड़ रुपये दिए थे.


अखिलेश ने दावा किया, ''बीजेपी को हार का भय सता रहा है. वह बौखलाहट में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को परेशान कर रही है. हार के डर से बौखलाई बीजेपी अब अपनी सरकारी संस्थाओं का दुरूपयोग करके विपक्ष को दबाने पर तुली है लेकिन इससे बीजेपी के खिलाफ जनआक्रोश ज्यादा बढ़ा है. लोग अब लोकतंत्र और जनविरोधी सरकार को सत्ता में ज्यादा दिनों तक नहीं देखना चाहते.''


यह भी पढ़ें-


UP Election 2022: अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच फिर फंसा पेंच? जानें- क्या है बड़ी वजह


UP Election 2022: राम लहर में 177 सीटें जीतने के बाद भी सरकार नहीं बना पाई थी बीजेपी, जानिए 1993 में कौन बना था मुख्यमंत्री