UP Assembly Election 2022: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी की आलोचना करते हुए बुधवार को कहा कि बीजेपी उस केंद्रीय मंत्री के खिलाफ कभी कार्रवाई नहीं करेगी, जिनका बेटा लखीमपुर खीरी हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार हुआ. साथ ही कहा कि बुंदेलखंड की जनता बीजेपी के खिलाफ इतने वोट डालेगी कि उसके वोटों पर बुलडोजर चल जाएगा.


अखिलेश ने 'विजय रथ यात्रा' के दूसरे दिन बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, ''हमारे बाबा मुख्यमंत्री को दो चीजें पसंद हैं- एक बुल (सांड) और दूसरा बुलडोजर. पिछली बार बुलडोजर की कमान इनके हाथों में दे दी गई थी लेकिन इस बार बुंदेलखंड की जनता ने तय कर लिया है कि बुलडोजर का स्टेरिंग वह अपने हाथ में रखेगी और बीजेपी के खिलाफ इतने वोट डालेगी कि इनके वोटों पर बुलडोजर चल जायेगा.'' समझा जाता है कि बुल से यादव का अभिप्राय उन आवारा पशुओं से है, जो किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और बुलडोजर से उनका मतलब प्रदेश सरकार द्वारा अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलाने से था.


अखिलेश ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में बीजेपी पर निशाना साधते हुये कहा कि पार्टी उस मंत्री के खिलाफ कभी कार्रवाई नहीं करेगी, जिसका बेटा लखीमपुर हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया है क्योंकि पार्टी "अपराधियों के साथ खड़ी है'' जो वर्तमान शासन में सबसे ज्यादा खुश हैं. लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को किसानों के प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में चार किसान और एक पत्रकार सहित आठ लोग मारे गये थे. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा, घटना के सिलसिले में गिरफ्तार किये गये लोगों में शामिल थे.


किसानों को वाहनों से कुचल दिया गया- अखिलेश


एक जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा, ''जब किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया, उन लोगों को वाहनों से कुचल दिया गया.'' केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी पर प्रहार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ''याद रखिए एक कानून से ईस्ट इंडिया कंपनी भारत में सरकार बन गई थी, और जो यह किसान विरोधी कानून लाया जा रहा है, अगर वह लागू हो गया तो किसान अपने खेत में मजदूर बन जाएगा. बीजेपी ने किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए गाड़ी में बैठकर किसानों को कुचल दिया. अगर यह तीन कृषि कानून पारित हुए तो हमारे और आपके खेत छिन जाएंगे.''


उन्होंने कहा कि सरकार ने वादा किया था कि किसानों की आय दोगुनी कर देंगे ''लेकिन आय तो दोगुनी नहीं हुई, मंहगाई जरूर दोगुनी हो गई.'' उन्होंने कहा कि सपा की सरकार आने पर उनकी सरकार में दी जाने वाली समाजवादी पेंशन योजना की धनराशि तीन गुनी कर दी जाएगी.


उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले लोगों तक पहुंचने और उनका समर्थन हासिल करने की मंशा से मंगलवार को कानपुर से 'समाजवादी विजय यात्रा' की शुरुआत की थी. अपनी यात्रा के दूसरे दिन वह कानपुर देहात होते हुये वह हमीरपुर पहुंचे. यह यात्रा एक विशेष बस से शुरू हुई, जिसका नाम पार्टी ने विजय रथ रखा है. कानपुर से शुरू हुई यात्रा पहले दो दिनों में (12-13 अक्टूबर) पहले चरण के तहत कानपुर देहात, जालौन और हमीरपुर जिलों में जाएगी.


बीजेपी पिछड़ों, दलितों को उनका हक नहीं देना चाहती- अखिलेश


'विजय रथ' पर सवार यादव ने कहा, ''बुंदेलखंड की जनता ने बीजेपी को बहुमत दिया लेकिन उसने आपके बहुमत का मजाक उड़ाया, आपके बहुमत को धोखा देने का काम किया है. बीजेपी ने आपको मंहगाई दी, बेरोजगारी दी और बिजली के बिल मंहगे कर दिए.'' उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में बुंदेलखंड की जनता जितना समर्थन कर सकती थी उसने बीजेपी का उतन समर्थन किया. यहां की जनता ने बीजेपी के अलावा एक भी सीट किसी को नहीं जीतने दी लेकिन बीजेपी ने उस बहुमत का मजाक उड़ाया है. पानी के अभाव वाले बुंदेलखंड क्षेत्र की स्थिति पर उन्होंने कहा, ''महोबा, हमीरपुर, बांदा और आसपास के क्षेत्रों में सबसे अधिक किसानों ने आत्महत्या की है और सत्ता में आने पर सपा सरकार यहां किसानों को सिंचाई एवं मंडी सहित सभी सुविधाएं देगी.''


जातीय जनगणना के मुद्दे पर सपा नेता ने कहा, ''आने वाले समय में संघर्ष दूसरे प्रकार का है. बीजेपी पिछड़ों, दलितों को उनका हक नहीं देना चाहती, जातिगत जनगणना नहीं कराना चाहती. हम कहते हैं सब को उनका हक देना चाहिए, यही संविधान में लिखा है.''


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