Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनावों की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं वैसे-वैसे नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप बढ़ते जा रहे हैं. राजनीतिक पार्टियां जनता को रिझाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही हैं. देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए, रैलियों और बड़ी सभाओं पर चुनाव आयोग ने पाबंदी लगा रखी है. ऐसे में राजनीतिक दल, जनता को अपनी ओर रिझाने के लिए सोशल मीडिया के साथ-साथ स्थानीय भाषाओँ में गाये गानों का सहारा ले रही हैं.
भारतीय जनता पार्टी (BJP), समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) कांग्रेस (INC) के साथ-साथ बीएसपी (BSP) ने भी अपनी-अपनी चुनावी गानों को लॉन्च किया है. इसी बीच कई भोजपुरी कलाकारों ने भी अपने-अपने आवाज में गाने गाए हैं. जिसमें बीजेपी सांसद रवि किशन का की आवाज में गाये गाने के जवाब में सत्तारूढ़ पार्टी पर कटाक्ष करते हुए नेहा सिंह राठौर (Neha Singh Rathore) का गाना सोशल मीडिया पर वायरल होने बाद चर्चा का विषय बना हुआ.
नेहा सिंह राठौर ने यह कहा है गाने में
यूपी चुनाव के दौरान जारी किए गए राठौर के गाने में लखीमपुर में किसानों पर गाड़ी चढ़ाने का मामला, हाथरस में दुष्कर्म समेत कई अन्य घटनाओं का जिक्र करते हुए सरकार से सवाल किया गया है. राठौर ने अपने गाने में कहा है- 'बाबा के दरबार बा, खतम रोजगार बा....हाथरस के निर्णय जोहत लड़की के परिवार बा... अरे का बा.. यूपी में का बा... कोरोना से लाखन मर गईल ले,...कोरोना से लाखन मर गईल ले ... लाशन से गंगा भर गईल बे, टिकठी औ कफन नोचत कुकुर बिलार बा, ऐ बाबा, यूपी में का बा...' राठौर ने यूट्यूब पर यह गाना 16 जनवरी को सुबह अपलोड किया था. समाचार लिखे जाने तक इस गाने को यूट्यूब पर 18 लाख से अधिक व्यूज मिल चुके थे. राठौर का यह गाना सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रहा है.
अखिलेश यादव ने नेहा सिंह राठौर के गाने पर दिया यह संदेश
वहीं समाजवादी पार्टी ने भी जनता को लुभाने के लिए अपना गाना सोशल मीडिया पर जारी किया है. वही आज सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव नेहा के इस गाने को ट्विटर पर अपलोड करते हुए, गाने की लाइनों के आधार पर कॉपी करते हुए लिखा है..जनता कहे इंक़लाब बा, यूपी में बदलाव बा…
उन्होंने इस संदेश में आखिर में सत्तारूढ़ बीजेपी हमला बोलते हुए कहा, अबके झूठ के फूलवा का, बगीचा उजाड़ बा…बाइस में बाइसिकल का, चौचक भौकाल बा…जिसका अर्थ है इस बार फूल की सरकार सत्ता से हटा कर 2022 में साइकिल यानि सपा की सरकार आएगी. वहीं प्रदेश की मुख्य विपक्षी दल सपा ने इससे पहले भी कई गीत जारी किये हैं. इनमें 'हुंकारा', 'जनता पुकारती है' और 'जय-जय समाजवाद' जैसे गाने हैं.
प्रदेश के दूसरे राजनीतिक दल भी जारी कर चुके हैं चुनावी गीत
प्रदेश में सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी ने पिछले दिनों अभिनेता और गोरखपुर से सांसद रवि किशन शुक्ला (Ravikishan Shukla) की आवाज में 'यूपी में सब बा' और आज "फिर से बीजेपी' बोल के साथ गाना रिलीज किया गया है. वहीं इससे पहले पार्टी ने 'डमरु जब बजेगा तो देखना नजारा क्या होगा' के अलावा 'जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे' और 'मंदिर बनने लगा है, भगवा रंग चढ़ने लगा है' जैसे गानों के जरिये प्रचार-प्रसार में जुटी है.
अगर देश की सबसे पुरानी पार्टी की काग्रेंस की बात करें मुख्य रूप से महिलाओं को राजनीति की मुख्यधारा में लाने के वादे पर चुनाव लड़ रही कांग्रेस का थीम सॉन्ग 'बहन प्रियंका करें आवाहन, मिलकर आगे बढ़ सकती हूं, लड़की हूं मैं, लड़ सकती हूं' के गाने के साथ महिलाओ को साधने की कोशिश दिखती है. स्थानीय स्तर पर भी पार्टी की तरफ से कई गाने जारी किये गए हैं. वहीं कांग्रेस के मीडिया संयोजक ने मीडिया को बताया कि, पार्टी प्रियंका गांधी की अगुवाई में चुनाव अभियान को आगे बढ़ा रही है और हमारे गीतों में इसकी स्पष्ट छाप नजर आती है. पार्टी विभिन्न सोशल मीडिया माध्यमों से अपने थीम सॉन्ग तथा अन्य गीतों को प्रदेश के हर मतदाता तक पहुंचाएगी.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहली बार ताल ठोंक रही आम आदमी पार्टी ने भी अपना गीत जारी किया है. आम आदमी पार्टी के जरिये जारी किये गए इस गाने के बोल हैं- 'राजनीति को बदलने आप आया है, पहली पहली बार झाडू छाप आया है.' इस गाने को लेकर राज्य सभा सांसद उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने बताया 'पार्टी के इस 'कैंपेन सॉन्ग' में मुफ्त बिजली, शिक्षा, बेरोजगारी भत्ता और माताओं और बहनों को एक हजार रुपये हर महीने देने के वादे की बात की गई है.'
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