Dharmendra Pradhan Ayodhya Visit: केंद्रीय शिक्षा मंत्री (Union Education Minister) धर्मेंद्र प्रधान ( Dharmendra Pradhan) ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (New Education Policy) को मातृभाषा के करीब बताया. उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति स्किल बेस एजुकेशन पर आधारित है जिससे एंप्लॉयमेंट बढ़ेगा और पढ़ाई के साथ कमाई भी होगी. उन्होंने बताया कि गांव में स्कूल से पहले प्ले स्कूल खोला जाएगा जिसमें एक्टिविटी बेस एजुकेशन दिया जा सकेगा. धीरे-धीरे शिक्षा को गुणवत्ता, व्यवसायिक अनुसंधान के साथ जोड़ना नई शिक्षा नीति के अंश हैं जिससे देश को फायदा मिलेगा.


जनता मोदी और योगी के साथ
युवाओं के एक कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस पर सीधा निशाना साधा. उन्होंने कहा, "मेरा सौभाग्य है मैं महाप्रभु की नगरी अयोध्या में खड़ा हूं . यहां एक बात कही जाती है प्राण जाए पर वचन ना जाए. जिन्होंने पीढ़ी दर पीढ़ी शासन किया, दलितों और गरीबों को गरीब बना कर रखा, अब कितने भी घड़ियाली आंसू बहा लें जनता विश्वास करने वाली नहीं क्योंकि जनता मोदी और योगी के साथ है." प्रधान ने अमेठी और रायबरेली का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर कोई काम किया होता तो स्मृति ईरानी इतने वोटों से न जीततीं.


नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में पढ़ाई के साथ कमाई भी
उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति के दो-तीन प्रमुख अंशों में एक है मातृभाषा और स्थानीय भाषा को महत्व देना. मोदी सरकार का स्पष्ट मत है जब बच्चा विशेषकर विद्यार्थी मौलिक चिंतन मौलिक कल्पना अपनी ही मातृभाषा में करेगा तब जाकर उसका सर्वोच्च गुण निकल कर आएगा. अभी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा को महत्व दिया है. दूसरा महत्वपूर्ण पहलू एंप्लॉयमेंट बढ़ना है. स्किल और एजुकेशन कोर्स में पढ़ाई के साथ कमाई की भी योजना चलेगी. अभी तक शहरों में प्ले स्कूल होता था, गरीब बच्चों की बस्तियों में आगनबाडी होती थी लेकिन अब राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्कूल से पहले प्ले स्कूल को सारे स्कूल में खोलने की नीति बनाई गई है. 


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