UP Election 2022: आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के अध्‍यक्ष और भीम आर्मी चीफ चन्‍द्रशेखर आजाद ने गठबंधन के सवाल पर कहा कि वे बहनजी (मायावती) को मां की तरह मानते हैं. मां कभी-कभी नाराज हो जाती हैं. वे उनके लिए जान तक कुर्बान कर सकते हैं. उनका खून का रिश्‍ता है. वे हमेशा उनका सम्‍मान करेंगे. नीतियों की वजह से विरोध है. वे नीतियों पर पिता से भी विरोध करते थे. मां से भी विरोध करते थे. जो भी नीतियों के विरोध में होगा, उससे भी कहते रहेंगे. उन्‍होंने मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को एक्‍सीडेंटल मुख्‍यमंत्री बताया. क्‍योंकि उनके समाज के केशव प्रसाद मौर्य का नाम सीएम के लिए चल रहा था.


आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष भीम आर्मी के चीफ चन्‍द्रशेखर आजाद मंगलवार को गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करने पहुंचे. क्‍या वे  'बहनजी'के साथ भी जाएंगे? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वह बड़ी बहन भी हैं. उनको चंद्रशेखर आजाद के जीवन की जरूरत पड़ेगी, तो 'बहनजी' एक बार कह कर देखें. चन्‍द्रशेखर आजाद अपना जीवन भी कुर्बान कर देगा. क्योंकि वे आंदोलन के सिपाही हैं. वे उन्हें मां की तरह मानते हैं. वह भी उन्हें बेटे की तरह मानती हैं या नहीं सवाल पर उन्होंने कहा कि मां भी कभी-कभी बेटे से नाराज हो जाती है.


बीजेपी की सरकार नहीं बनती है और गठबंधन की सरकार बनती है, तो सपा के साथ जाएंगे कि बसपा के साथ जाएंगे? इसके जवाब में चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि वे प्रयास करेंगे कि वे जीतकर आए और उनकी पार्टी के मेंबर जीत कर आए. उनके गठबंधन के मेंबर जीत कर आए और फिर जिसको लगता है कि वह हमारे घोषणापत्र जिसमें उन्‍होंने जनता से सच्चा वादा किया है, उस वादे पर खरा उतर रहे हैं, तो उसके साथ जाएंगे. इस दौरान उन्‍होंने कहा कि लोगों में खूब उत्‍साह दिखाई दे रहा है. उन्‍होंने पहली बार नामांकन किया है. 18-20 साल से आंदोलन और संघर्ष कर रहे हैं. यूपी के हालात खराब हैं, इसलिए वे यहां पर आए हैं.


चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि देश का युवा किसी के भरोसे नहीं रहेगा. परिवारवाद सांप्रदायिकता और धर्म की जो राजनीति है, इससे ऊपर उठकर अपनी तरक्की के लिए वह राजनीति को स्वीकार करेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां के रहने वाले नहीं हैं. वे यूपी के हैं और उन्‍होंने काम भी किया है. वे अपने काम से पहचान बना पाए हैं. उन्‍होंने बहुत दिन पहले कहा था कि जहां से मुख्यमंत्री जहां से लड़ेंगे, वहीं से चुनाव लड़ेंगे. क्योंकि जब आप किसी के साथ अन्याय करते हैं, तो आपको उसका सामना भी करना पड़ता है.


चन्‍द्रशेखर ने कहा कि वे निर्दोश होकर भी 16 महीने जेल में रहे. 122 लोगों पर रासुका लगी. इसमें 15 गोरखपुर के हैं. जो यहां उनके खिलाफ बोला क्या वह जिंदा नहीं रहा या फिर उसके ऊपर झूठे मुकदमे लगा दिए गए. चाहे वह कफील खान हो या कोई और...यह जो अन्याय तानाशाही, लोकतंत्र की धज्जियां और अमर्यादित भाषा के साथ बांटने वाली राजनीतिक भाषा का इस्तेमाल बीजेपी के लोग कर रहे हैं, इसके खिलाफ अच्छे लोगों को लड़ना चाहिए. इसलिए चंद्रशेखर आजाद गोरखपुर में है. गोरखपुर की महान जनता से अपील करते हैं कि इस बार अपने बेटे को वह वोट दें.


बीजेपी के संकल्प पत्र पर उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि आखिर संकल्प पत्र किसे जारी करने पड़ रहे हैं. उन्होंने काम किया होता, तो संकल्प पत्र जारी करने की जरूरत नहीं पड़ती. उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प पत्र तो भारत का संविधान है. यह संविधान जिस दिन सुरक्षित रहेगा और पूर्ण रूप से लागू होगा, तब देश प्रदेश में भी खुशहाली आएगी. उन्होंने कहा कि उन्‍हें आशंका है कि मुख्यमंत्री उनका पर्चा खारिज न करा दें. डरते तो वह मुख्यमंत्री से भी नहीं है. आप लोग नहीं जानते कि यहां के जो एसएसपी हैं वह बीजेपी के वर्तमान सिटिंग एमपी के दामाद हैं. क्या मनीष गुप्ता हत्याकांड में उनका रोल आप लोगों ने नहीं देखा. वह परिवार के लोगों को डरा रहे थे. हाथरस में आपने प्रशासन का रोल नहीं देखा. अपने चहेतों को उन्होंने यहां पर बिठा दिया.


उन लोगों को यहां से हटाना होगा इसलिए उन्होंने एप्लीकेशन दी, क्योंकि चुनाव आयोग कहता है कि फ्री इलेक्शन होना चाहिए. कोई दबाव नहीं होना चाहिए. जब यहां मुख्यमंत्री के चहेते एसएसपी बने बैठे हैं. डीएम बने बैठे हैं. तो क्या यहां पर पारदर्शी तरीके से इलेक्शन हो पाएगा. वह नहीं मानते. उन्होंने कहा है कि उन लोगों को हटाना चाहिए. लेकिन आज तक एप्लीकेशन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्हें पहले भी आशंका थी और आज भी उन्हें आशंका है, कि मुख्यमंत्री क्या पता आरओ साहब को फोन करें और कहे कि नॉमिनेशन कैंसिल करो. क्योंकि सामना तो वह कर नहीं सकते हैं. सामना करते तो देखो हालात क्या है. बीजेपी के एमपी क्षेत्र में जाते हैं और पिटकर आते हैं.


चन्‍द्रशेखर आजाद ने कहा कि आज जनता तैयार है. उन्होंने उत्तर प्रदेश का विकास किया है, तो जो यह सरकारी मशीनरी बेची उस पर वोट क्यों नहीं मांगते हैं. तमाम तरह से जुर्म, ज्‍यादती और अत्याचार कर रहे हैं. किसानों के लिए कानून मांग लाए थे. उस पर वोट क्यों नहीं मांग रहे हैं. आपने जो काम किया उस पर वोट मांगे. नौजवानों पर जो लाठियां बरसाई है, उस पर वोट मांगो. शिक्षक भर्ती में जो घोटाला किया है, उस पर वोट मांगे. नौजवानों को नौकरी मांगने प,र उनके बदन से पीट-पीटकर मांस भी उतार दिया. उनसे वोट मांगो. हाथरस, शामली और प्रयागराज में जो हुआ उस पर वोट मांगे.


उन्होंने कहा कि यूपी के इस‍ हालात के लिए यूपी के वर्तमान मुख्‍यमंत्री जिम्‍मेदार हैं. उनकी वजह से नौजवान, किसान, महिलाएं, पढ़े-लिखे शिक्षित युवा, जो चाहते थे कि यूपी में बदलाव हो. जो बेचैन थे कि कुछ अच्‍छा हो जाए, लेकिन वो नहीं हुआ. उनकी चिंता करते हुए वे यहां पर हैं. गोरखपुर की जनता इसलिए उन्‍हें वोटे दे, क्‍योंकि 71 साल में आज भी जहां तमाम तरह की परेशानियों पर काम हो जाना चाहिए था, लेकिन मुख्‍यमंत्री और प्रधानमंत्री बड़े-बड़े पोस्‍टर लगाकर राशन बांटने का काम करते हैं. आज तक जनता के पास राशन हीं नहीं पहुंचा. चन्‍द्रशेखर आजाद ने कहा कि जनता आज भी रोजी-रोटी की लड़ाई लड़ रही है. लड़ाई हिस्‍सेदारी की थी. बाबा साहेब कहते हैं कि राजनीतिक सत्‍ता वो मास्‍टर चाभी है, तो आपकी तरक्‍की के हर रास्‍ते खोल सकती है. आपकी सुरक्षा और रक्षा भी करेगी. यहां हत्‍याएं, रेप, अन्‍याय और जातिवाद की लड़ाई तमाम तरह की परेशानियां हैं. वे युवा हैं और युवाओं की परेशानी को समझते हैं. युवा जब अपने हक के लिए आते हैं, तो उन्‍हें लाठियां मिलती हैं.


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