UP Assembly Election 2022: आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी आज समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात करेंगे. मुलाक़ात में सीट बंटवारे पर चर्चा होगी. आरएलडी इस बार समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है.


इससे पहले खबर आई थी कि अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के बीच सबकुछ ठीक ठाक नहीं है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि सीट बंटवारे पर जयंत चौधरी अखिलेश से नाराज हैं. एक हफ्ते से जयंत ने चुनावी कार्यक्रमों से दूरी बना रखी थी. जयंत 36 से 40 सीटों की मांग कर रहे हैं जबकि अखिलेश 28 सीट ही देना चाहते हैं.


जयंत चौधरी के सामने पार्टी के खोते जनाधार को बचाने की चुनौती
बता दें कि पिछले साल चौधरी अजीत सिंह के निधन के बाद जयंत चौधरी के सामने अपनी पार्टी के खोते जनाधार को बचाने की चुनौती है. किसान आंदोलन ने जयंत को वो मौका भी दिया. जंयत पिछले एक साल से जिस तरह आंदोलनकारियों के साथ खड़े रहे उससे भी इन्हें खूब सहानभूति मिली. अब जयंत को लगता है कि पश्चिमी यूपी में जाट-सिख और मुस्लिमों की लामबंदी के बदौलत आरएलडी फिर से अपनी खोई ताकत जुटा चुकी है और इसीलिए जंयत अब इसका भरपूर फायदा उठाना चाहते हैं.


अगर बात करें गठबंधन की तो आरएलडी 2002 के चुनाव में BJP के साथ गठजोड़ कर चुनावी मैदान उतरी. इस दौरान आरएलडी को 14 सीटों पर जीत मिली जबकि दो प्रतिशत वोट हासिल हुए. साल 2007 में आरएलडी अकेले चुनावी मैदान में उतरी. इस चुनाव में आरएलडी ने 10 सीटों पर जीत हासिल की जबकि वोट प्रतिशत दो से बढ़कर चार पर पहुंच गया. 2012 के चुनाव में आरएलडी कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरी. इस दौरान उसे नौ सीटों पर जीत हासिल हुई जबकि वोट दो प्रतिशत मिले. वहीं एक बार फिर साल 2017 में आरएलडी ने अकेले चुनाव लड़ा जिसमें 1 सीट पर जीत हासिल की जबकि दो प्रतिशत वोट मिले.


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