UP Election 2022: यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने पर बीजेपी सांसद बृजलाल ने अखिलेश यादव को घेरा, कही ये बात
UP Elections: राज्यसभा सांसद बृजलाल ने मुलायम सिंह यादव से लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव तक को घेरा है. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को कानून व्यवस्था पर बोलने का हक नहीं है.
UP Assembly Election 2022: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार अपनी रैलियों और सभाओं में यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते रहे हैं. इसे लेकर राज्यसभा सांसद बृजलाल ने मुलायम सिंह यादव से लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव तक को घेरा है. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को कानून व्यवस्था पर बोलने का हक नहीं है. वो आतंकवादियों को बढ़ावा देते हैं. अखिलेश यादव आतंकवादियों को पनाह देते थे. अखिलेश सरकार में माफियाओं का पैरेलल शासन चलता था.
सांसद बृजलाल ने कहा कि 26 जनवरी 1993 में वो एसएसपी मेरठ थे. तब वहां पीएसी पिकेट हमले में कांस्टेबल मारा गया. सब आतंकवादी गिरफ्तार कर लिए. आरडीएक्स मिला, पहली बार चीनी ग्रेनेड मिले, टाडा में मुकदमा कायम हुआ था. लेकिन 1994 में मुलायम सिंह की सरकार में आतंकवादियों का केस वापस लिया. हालांकि कोर्ट ने अनुमति नहीं दी, ट्रायल हुआ और 5 को आजीवन कारावास की सजा हुई.
सांसद ने कई मामलों का किया जिक्र
सांसद ने कहा कि सपा ने 2012 के घोषणा पत्र में कहा कि निर्दोष मुसलमानों को जेल से निकलवाएंगे. जब पुलिस चार्जशीट लगा देती तो आप तय नहीं करोगे, कोर्ट तय करेगा. रामपुर अटैक जो 31 दिसंबर 2007 को हुआ, 7 सीआरपीएफ जवान मारे गए. उस मामले में लश्कर ए तैयबा का इंडिया कमांडर, पाकिस्तानी फिदायीन पकड़े गए, हथियार मिले. लेकिन इनके भी केस अखिलेश ने वापस लिए. कोर्ट ने फिर अनुमति नहीं दी, ट्रायल हुआ तो 4 को फांसी, 1 को आजीवन कारावास, 1 को 10 साल सजा हुई. इसी तरह 23 नवंबर 2007 को कचहरी ब्लास्ट में डेढ़ दर्जन लोग मारे गए, इसके भी केस वापस लिए गए.
सांसद बृजलाल ने लगाए ये आरोप
सांसद बृजलाल ने कहा कि मैं ही एडीजी लॉ एंड आर्डर था, उसी समय 3 दिन बाद एटीएस का गठन हुआ और मैं ही एटीएस का पहला चीफ था. लेकिन 2013 में आतंकवादी के मरने पर उनके ऊपर ही हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया. जो सर्विंग डीजी पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराता हो तो कौन इंस्पेक्टर आतंकवादियों को पकड़े.
डिप्टी सीएम के बयान पर कही ये बात
डिप्टी सीएम केशव मौर्य के लुंगी-टोपी वाले बयान पर बृजलाल ने कहा कि ये सच है कि व्यापारियों को धमकाया जाता था, अपराधी धमकाते थे. ये नहीं कहूंगा कौन धमकाता था. अपराधियों को सपा का संरक्षण था, अखिलेश को तो मिर्ची लगेगी ही. बृजलाल ने कहा कि केशव मौर्य का इशारा अपराधियों की तरफ है, किसी जाति वर्ग का हो. जो अखिलेश का वोट बैंक कहा जाता.
ये भी पढ़ें :-