लखनऊ. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) इकाई के कई नेताओं ने सरकार पर दलितों, पिछड़ों को सम्मान ना देनें और उनकी आवाज ना सुनने का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी है. अब बीजेपी इस मुद्दे पर डैमेज कंट्रोल में जुट गई है ताकि चुनाव के ठीक पहले मची इस भगदड़ के गलत संदेश ना जाएं. यूपी कैबिनेट में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह (siddharth nath singh) ने कहा है कि इस देश के सबसे बड़े ओबीसी नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) हैं.


सिंह ने पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं के संबंध में दावा किया है कि इन लोगों का टिकट कटने वाला था. कुछ लोगों से उनकी सीट बदलने को भी कहा गया था इसीलिए यह लोग पार्टी छोड़कर चले गए हैं. उन्होंने कहा कि पांच साल इन लोगों ने मलाई खाई लेकिन कैबिनेट की कमेटियों में एक बार भी पिछड़ों और दलितों के लिए आवाज नहीं उठाई.


जिस पार्टी में ये लोग जा रहे हैं वहां सिर्फ...
बीजेपी छोड़कर जाने वाले अधिकतर नेताओं के समाजवादी पार्टी में शामिल होने पर सिंह ने कहा कि जो लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं वह सिर्फ यह बता दें कि सपा ने अपने कार्यकाल में यादव और मुस्लिमों को छोड़कर अन्य पिछड़ों और दलितों के लिए क्या किया है? इनको  पता होना चाहिए कि जिस पार्टी में यह लोग जा रहे हैं वहां सिर्फ M+Y (मुस्लिम-यादव समीकरण) चलता है और M+Y  के साथ अन्य पिछड़े वर्ग के लोग नहीं जुड़ते. काबीना मंत्री ने बीजेपी के प्रत्याशियों की सूची के सवाल पर कहा कि कुछ दिनों में पहली लिस्ट आ जाएगी.


सिंह ने यह दावा भी किया कि बीजेपी इस चुनाव में भी 300 से अधिक सीटें हासिल करेगी. बता दें बीते कुछ दिनों बीजेपी के 3 मंत्री- स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी, दारा सिंह चौहान समेत कुल 14 लोगों ने पार्टी छोड़ दी है. 


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