लखनऊ. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly elections ) की तारीखों का ऐलान हो चुका है. प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होंगे उधर नेताओं के दल-बदल का दौर जारी है. यूपी चुनाव से पहले बीजेपी (BJP) के नेता पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं. पार्टी के कई बड़े चेहरों ने इस्तीफा दे दिया है. इस बीच पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि वंशवाद और परिवार की राजनीति करने वाले सामाजिक न्याय की लड़ाई नहीं लड़ सकते. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की सरकार ने 5 साल में सिर्फ 18,000 आवास दिए थे. गरीबों की जमीनों, मकानों पर कब्जा करना अगर सामाजिक समरसता है तो उसका मैं विरोध करता हूं.
CM ने कहा कि सामाजिक न्याय की लड़ाई का अर्थ है समाज के हर तबके को शासन की योजनाओं का लाभ मिले और उनके साथ सामाजिक-आर्थिक भेदभाव ना हो. बता दें अब तक भाजपा से करीब 14 लोगों ने इस्तीफा दिया और अधिकतर समाजवादी पार्टी में शामिल हो रहे हैं. इस्तीफा देने वालों में स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी और दारा सिंह चौहान समेत कई विधायक हैं.
कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने भी किए सवाल
सीएम योगी से पहले कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने भी पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं से सवाल किया. उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़ने वालों ने पांच साल तक मलाई खाई लेकिन कैबिनेट की कमेटियों में कभी दलितों और पिछड़ों का मुद्दा नहीं उठाया. उन्होंने भी सपा पर सवाल करते हुए कहा कि यह नेता जिस पार्टी में जा रहें हैं उनकी सरकार में भी मुस्लिम और यादवों को छोड़कर किस दलित और पिछड़े का कल्याण हुआ.
सिंह ने कहा कि इन सभी लोगों के या तो टिकट कटने वाले थे या इनकी सीटें बदलने के लिए कहा गया था जिसकी वजह से लोग पार्टी छोड़ रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि 10 मार्च को जब परिणाम आएंगे तो पार्टी 300 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगी.