UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राज्य स्थित गोरखपुर (शहर) विधानसभा सीट से नामांकन किया. नामांकन से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने रुद्राभिषेक किया. सीएम योगी आदित्यनाथ के नामांकन के दौरान उनके साथ गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और यूपी बीजेपी चीफ स्वतंत्र देव सिंह मौजूद थे.


योगी आदित्यनाथ के नामांकन के लिए प्रस्तावक के तौर पर शिक्षाविद मयंकेश्वर पांडेय और केमिकल इंजीनियर सुरेंद्र कुमार अग्रवाल भी मौजूद रहे.


 





300 पार के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही BJP- गृह मंत्री अमित शाह
सीएम योगी के नामांकन से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान बीजेपी नेता ने कहा कि आज योगी जी के नामांकन करने के साथ ही फिर से एक बार भाजपा यहां से 300 पार के संकल्प के साथ पूरे यूपी में आगे बढ़ रही है. 


उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के इतिहास में फिर से एक बार भाजपा इतिहास दोहराने जा रही है. 2014, 2017 और 2019 तीनों चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने मोदी जी के नेतृत्व में यूपी के विकास का रास्ता तैयार कर प्रचंड बहुमत दिया है. 


योगी ने यहां सुशासन की नीवं डाली- बीजेपी नेता
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 2 साल तक योगी ने यहां सुशासन की नीवं डाली, उसको देखते हुए 2019 के लोकसभा चुनाव में सारे विपक्षी दलों ने एकत्र होकर महागठबंधन बनाया. 


उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की महान जनता ने 2017 के विधानसभा चुनाव में भी 300 से अधिक सीटों के साथ हमें बहुमत दिया. फिर बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया.


आज विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं- अमित शाह
गृह मंत्री ने कहा कि मैंने भुवनेश्वर कार्यकारिणी में कहा था कि जो बचे हुए हैं वो भी एकत्र हो जाओ और कर लो दो दो हाथ, हम फिर से एक बार दो तिहाई से बहुमत से सरकार बनाएंगे. मोदी जी के नेतृत्व में फिर से 65 सीटें आई. 


गृह मंत्री ने कहा कि आज विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, उनको तो लगता है कोरोना के कारण सभाएं सीमित हो गई हैं, लोगों के बीच जाना नहीं पड़ रहा है. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि भैया जो अपप्रचार करना है कर लो, उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा के साथ है, भाजपा को फिर से 300 के पार सीटें मिलने वाली हैं.


33 साल में एक बार भी नहीं जीती कांग्रेस
पहली बार विधान सभा चुनाव लड़ रहे सीएम योगी आदित्यनाथ हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से BSC करने के बाद साल 1992 में गोरखपुर आए और  महंत अवैद्यनाथ से दीक्षा ली और साल 1994 में  संन्यासी बन गए . इसके बाद योगी आदित्यनाथ साल 1998-2017 तक लगातार 5 बार गोरखपुर से सांसद रहे.


गौरतलब है कि गोरखपुर में 33 साल में कुल 8 विधानसभा चुनाव हुए जिसमें 7 बार BJP और 1 बार हिन्दू महासभा ने जीत दर्ज की. साल  कांग्रेस 33 साल में एक बार भी इस सीट से नहीं जीती


गोरखपुर में क्या हैं जातीय समीकरण?
गोरखपुर में अगर जातीय समीकरण की बात करें तो यहां कायस्थ 95 हजार, ब्राह्मण 55 हजार,मुस्लिम  55 हजार,क्षत्रिय  25 हजार,वैश्य 45 हजार,निषाद 25 हजार,यादव  25 हजार ,दलित 20 हजार और सैनी 30 हजार अनुमानित वोट हैं.


बता दें गोरखपुर जिले में गोरखपुर की 9 विधानसभा सीटें हैं. साल 2017 में यहां की कैम्पियरगंज सीट से बीजेपी,पिपराइच सीट से बीजेपी,गोरखपुर ग्रामीण सीट से बीजेपी,गोरखपुर शहर सीट से बीजेपी,सहजवना सीट से बीजेपी,खजनी सीट सेबीजेपी,चौरी चौरा सीट से बीजेपी,बांसगांव सीट से बीजेपी और चिल्लूपार सीट से बसपा ने जीत दर्ज की थी.


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