UP Assembly Election 2022: भारतीय जनता पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए शाहजहांपुर जिले के तिलहर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रोशनलाल वर्मा के खिलाफ उनकी कथित पुत्रवधु सरिता यादव चुनाव लड़ेंगी. सरिता यादव ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है.
दरअसल, शाहजहांपुर की तिलहर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक रोशनलाल वर्मा जनवरी माह के पहले पखवाड़े में पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बीजेपी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे. वर्मा सपा के ही टिकट पर चुनावी मैदान में हैं परंतु उनकी पुत्रवधू होने का दावा करने वाली सरिता यादव ने राष्ट्रीय समाज पार्टी से तिलहर विधानसभा से नामांकन पत्र दाखिल किया है. नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद सरिता यादव ने पत्रकारों से कहा, ''भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मुस्लिमों और यादवों को उन्होंने (रोशन लाल वर्मा) बहुत ही परेशान किया है, इसलिए मैं चुनाव में खड़ी हुई हूं ताकि जनता को न्याय दिला सकूं. इसके लिए मुझे तिलहर विधानसभा में व्यापक जनसमर्थन भी मिल रहा है.''
छवि पर नहीं पड़ेगा कोई फर्क
बीजेपी विधायक रोशनलाल वर्मा ने कहा, ''हमारी पुत्रवधू होने का उनका दावा झूठा है और उनके पास इसका कोई प्रमाण नहीं है. वह हमारी छवि खराब करने के लिए साजिश के तहत खुद को पुत्रवधू बता रही हैं और हमारे विरुद्ध चुनाव मैदान में खड़ी हुई हैं लेकिन इससे हमारी छवि पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.''
सरिता यादव ने रोशनलाल वर्मा पर लगाए थे दुष्कर्म के आरोप
उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ रहे रोशन लाल वर्मा के बेटे विनोद वर्मा की मौत हो चुकी है और सरिता यादव का दावा है कि वह उनकी पत्नी है. साल 2012 में सरिता यादव ने अपने कथित ससुर रोशन लाल वर्मा पर दुष्कर्म जैसे कई गंभीर आरोप लगाए थे. विनोद वर्मा की मौत के बाद सरिता यादव कई बार अपने ससुर के विरुद्ध धरना प्रदर्शन भी कर चुकी हैं.
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