UP Election 2022: EVM मामले में वाराणसी के एडीएम एनके सिंह के खिलाफ सख्त एक्शन, चुनाव आयोग ने दिए यह निर्देश
UP Election 2022: वाराणसी में ईवीएम मशीनों के ट्रांसपोर्टेशन के मामले में भारत निर्वाचन आयोग ने सख्त फैसला लिया है.
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi News) में ईवीएम मशीनों (EVM Voting) के ट्रांसपोर्टेशन के मामले में भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission Of India) ने सख्त फैसला किया है. आयोग ने यूपी राज्य चुनाव आयोग (UP CEO) को निर्देश दिया है कि वह नियमों के कथित उल्लंघन के मामले में वाराणसी के एडीएम एनके सिंह के खिलाफ कार्रवाई करे.
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को वाराणसी ईवीएम मामले में दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया है. चुनाव आयोग के एक सूत्र के मुताबिक एडीएम एनके सिंह को निलंबित किए जाएंगे.
बता दें समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को ईवीएम में हेराफेरी का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय को कठघरे में खड़ा किया था. सपा ने अपने ट्विटर हैंडल से एक अधिकारी का कथित वीडियो अपलोड किया जिसमें वह यह कहते नजर आते हैं कि मंगलवार को ईवीएम ले जाने में जरूरी प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया. हालांकि वह ईवीएम से छेड़छाड़ करने की किसी भी संभावना को सिरे से खारिज करते हुए भी नजर आते हैं.
अखिलेश यादव ने लगाया था यह आरोप
गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को वाराणसी में ईवीएम ले जा रहे एक ट्रक को 'पकड़े' जाने का दावा करते हुए आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ भाजपा ‘‘मतों की चोरी’’ की कोशिश कर रही है.
बाद में किए गए सिलसिलेवार ट्वीट में उन्होंने कहा, "वाराणसी में ईवीएम पकड़े जाने का समाचार उत्तर प्रदेश की हर विधानसभा को चौकन्ना रहने का संदेश दे रहा है. मतगणना में धांधली की कोशिश को नाकाम करने के लिए सपा गठबंधन के सभी प्रत्याशी और समर्थक अपने-अपने कैमरे के साथ तैयार रहें. युवा लोकतंत्र व भविष्य की रक्षा के लिए मतगणना में सिपाही बनें."
अखिलेश ने एक अन्य ट्वीट में कहा, "आज से, अभी से हर युवा, हर मतदाता अगले तीन दिन तक मतों की रक्षा के लिए मतगणना केंद्र की क़िलेबंदी कर दे और ढोल-मंजीरा लेकर आज़ादी के अफ़साने गाए. किसानों की तरह उनके लिए भी लोकतंत्र के लंगर लगेंगे व दुनिया देखेगी कि लोकतंत्र को कैसे बचाया जाता है. राजनीतिक बाहुबल के आगे जनबल झुकेगा नहीं."
डीएम कौशल राज शर्मा ने कराई जांच
वहीं आरोपों के बाद जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि मौके पर जांच की गई और 20 ईवीएम सेट को सभी प्रत्याशियों द्वारा संतुष्टिजनक जांच करने के बाद बक्से में रखकर सील किया गया और स्ट्रांग रूम परिसर से हटाया गया.
उन्होंने बताया कि सभी ईवीएम प्रशिक्षण के लिए निकलीं और किसी भी ईवीएम का संबंध मुख्य चुनाव से नहीं पाया गया. शर्मा ने बताया कि प्रत्याशियों के प्रतिनिधि पाली में निगरानी कर रहे हैं और उनके लिए पंडाल की व्यवस्था की गई है.
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