UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए बुधवार को 9 जिलों की 59 सीटों पर मतदान होना है.  इन 59 सीटों पर मोदी और योगी सरकार के कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. 23 फरवरी को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, रायबरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई , फतेहपुर, बांदा और उन्नाव की 59 सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो जाएगा. इस चरण में मोदी सरकार के मंत्री अजय मिश्रा टेनी और कौशल किशोर के साथ-साथ योगी सरकार के कई मंत्रियों और बीजेपी के दिग्गज नेताओं की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अजय मिश्रा टेनी और कौशल किशोर के संसदीय क्षेत्रों में आने वाली विधानसभाओं में बुधवार को मतदान होना है.


योगी सरकार के मंत्रियों की बात करें तो उत्तर प्रदेश सरकार के कानून मंत्री और बीजेपी के बड़े नेताओं में गिने जाने वाले ब्रजेश पाठक लखनऊ कैंट विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं. पाठक पिछली बार लखनऊ मध्य से चुनाव जीते थे लेकिन बीजेपी ने इस बार उनकी सीट बदल दी है. 1991 से बीजेपी की सबसे मजबूत सीट माने जाने वाले लखनऊ पूर्व विधानसभा सीट से योगी सरकार के वरिष्ठ मंत्री आशुतोष टंडन एक बार फिर से चुनाव लड़ रहे हैं.


चौथे चरण में कई दिग्गज उम्मीदवार


चौथे चरण में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दांव पर है उनमें प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक (लखनऊ कैंट), मंत्री आशुतोष टंडन (लखनऊ पूर्वी) पूर्व मंत्री सपा प्रत्याशी अभिषेक मिश्रा (सरोजिनी नगर), उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष नितिन अग्रवाल (हरदोई) शामिल हैं. इसके अलावा नेहरू-गांधी परिवार का ‘गढ़’ माने जाने वाले रायबरेली में भी चौथे चरण में मतदान होगा. यहां कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई आदिती सिंह एक बार फिर मैदान में हैं. मतदान सुबह सात बजे शुरू होकर शाम छह बजे तक चलेगा.


सरोजनी नगर सीट से लड़ेंगे राजेश्वर सिंह


सरोजनी नगर सीट से बीजेपी ने प्रदेश सरकार के मंत्री स्वाति सिंह का टिकट काटकर ईडी के पूर्व अधिकारी राजेश्वर सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है. सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली की सदर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने कांग्रेस की ही विधायक रही अदिति सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. हरदोई सदर विधानसभा सीट से बीजेपी ने सपा के विधायक और उत्तर प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष रह चुके नितिन अग्रवाल को अपना उम्मीदवार बनाया है. नरेश अग्रवाल के बेटे नितिन अग्रवाल तीन बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं और चौथी बार चुनावी मैदान में खड़े हैं. इन दिग्गजों के अलावा ऊंचाहार विधानसभा सीट पर बीजेपी के प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है.


2017 में बीजेपी ने जीती थी इतनी सीटें


2017 के विधानसभा चुनाव में इन 59 सीटों में से 51 सीट पर बीजेपी और एक सीट पर उसकी सहयोगी अपना दल ( एस ) ने जीत हासिल की थी. बीजेपी के लिए इस प्रदर्शन को दोहरा पाना एक बड़ी चुनौती है.


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