UP Election 2022: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा चुनाव में पहली बार बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. विपक्षी पार्टियों सपा, बसपा और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है. आजाद समाज पार्टी के उम्मीदवार चन्द्रशेखर आजाद ‘रावण’ ने सीएम योगी आदित्यनाथ को चैलेंज किया है कि वो उन्हें वाकओवर नहीं देंगे. गोरखपुर शहर सहित यूपी की सियासत और सीटों पर अपने ओजस्वी और आक्रामक भाषणों से असर डालने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ के तिलिस्म को विपक्षी पार्टियां कैसे तोड़ पाएंगी. ये देखना दिलचस्प होगा.
विपक्ष ने साधी चुप्पी
गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से ही पूर्वी यूपी का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर शहर से चुनाव लड़ने के बीजेपी शीर्ष नेतृत्व की घोषणा के बाद से ही विपक्षी पार्टियों ने चुप्पी साध ली है. सपा, बसपा और कांग्रेस ने अभी तक नाम का ऐलान भी नहीं किया है. वहीं आजाद समाज पार्टी से चन्द्रशेखर रावण ने ऐलान किया है कि वो सीएम योगी आदित्यनाथ को वॉकओवर नहीं देंगे. वहीं आम आदमी पार्टी ने विजय कुमार श्रीवास्तव को प्रत्याशी घोषित कर कायस्थ वोट बैंक पर सेंधमारी का सियासी व्यूह रचा है.
'इस बार लक्ष्य बड़ा'
बीजेपी गोरखपुर क्षेत्र के अध्यक्ष डा. धर्मेन्द्र सिंह कहते हैं कि वे लोग पूरी तरह से तैयार हैं. बूथ-ब्लॉक और पन्ना प्रमुखों के माध्यम से घर-घर पहुंच रहे हैं. वे कहते हैं कि इसके माध्यम से वे गोरखपुर क्षेत्र की 62 विधानसभाओं में 50 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेंगे. उन्होंने कहा कि पिछली बार 46 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बार का लक्ष्य अधिक बड़ा है.
सभी नौ सीटें जीतने का किया दावा
धर्मेंद्र सिंह ने दावा किया है कि गोरखपुर की सभी नौ विधानसभाओं में भी बीजेपी का परचम लहराएगा. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं और प्रदेश की जनता ने ठान लिया है कि बीजेपी की सरकार बनाकर इस बार फिर योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाना है. उन्होंने कहा कि यूपी में विकास के अनेक कार्य हुए हैं. गोरखपुर भी विकास के पथ पर अग्रसर हो रहा है. ऐसे में जनता ने योगी आदित्यनाथ को सीएम बनाने का मन बना लिया है.
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