UP Election 2022: यूपी में योगी लहराएंगे जीत का भगवा, या दौड़ेगी अखिलेश की साइकिल, जानिए- पिछले चुनाव में क्या था सभी दलों का हाल?
UP Election 2022: यूपी में होने वाले विधानसभा की तारीखों को बहुत जल्द ऐलान होने वाला है. इसके लिए चुनाव आयोग दोपहर 3:30 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा.
UP Election 2022: यूपी में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीख का आज ऐलान होने वाला है. बता दें कि चुनाव आयोग दोपहर 3:30 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन तारीखों का ऐलान करेगा. वहीं इस वक्त सबकी नजर देश के सबसे राज्य यानि उत्तर प्रदेश पर है. क्योंकि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे कई मायने में भविष्य की राजनीति को लेकर काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाले हैं. इसलिए सभी पार्टियां राज्य की जनता को लुभाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही हैं. एक तरफ जहां बीजेपी फिर से राज्य में सत्ता पाना चाहती, तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस इस बार प्रियंका गांधी के नेतृत्व में सत्ता के लिए नए-नए तरीके अपना रही है. लेकिन आज इस रिपोर्ट में हम 2022 के चुनावों की नहीं बल्कि 2017 के विधानसभा चुनावों की बात करने वाले हैं. तो चलिए बताते हैं आपको कि साल 2017 के चुनावों में बीजेपी समेत किस पार्टी ने कितनी सीट जीती थी...
बीजेपी ने जीती थी 324 सीटें
साल 2017 में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 324 सीटें हासिल की थी. इनमें से बीजेपी ने खुद 311 सीटें और अपना दल ने 9 सीटें जीती थी. जबकि भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी को सिर्फ 4 सीटों में ही संतोष करना पड़ा था. इन चुनावों में जनता ने ना सिर्फ अखिलेश के 'काम बोलता है' को नकार दिया थी, बल्कि यूपी के 'लड़कों' अखिलेश-राहुल के 'यूपी को ये साथ पसंद है' के नारे को फेल कर दिया था. बता दें कि कुल 403 सीटों में से 324 बीजेपी गठबंधन, 54 सीटें एसपी-कांग्रेस गठबंधन, 19 सीटें बीएसपी और बाकी 6 सीटें अन्य के खाते में गई थी.
इस बार किसे मिलेगी सत्ता
2017 के चुनावों में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत ने देश की राजनीति को एक नया नजरिया दे दिया था. इस जीत के बाद पूरे देश में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया था. ये कहना भी बिल्कुल गलत नहीं होगा कि इस दौरान होली से पहले ही बीजेपी समर्थकों के लिए होली जैसा माहौल हो गया था. वहीं अब साल 2022 के चुनावों में भी बीजेपी को ऐसी ही जीत हासिल होती है या नहीं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. साथ ही ये देखना भी काफी दिलचस्प होगा कि जनता इन चुनावों में किसे जीत का हार पहनाती और किसे हार का स्वाद चखाती है.
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