UP Assembly Election 2022: पांच राज्यों में चुनावी सरगर्मी पूरे शबाब पर है. तमाम सियासी दल जनता को लुभाने के लिए पर अलग-अलग दावपेंच आजमा रहे हैं. यूपी में भी जैसे-जैसे चुनावों की तारीख पास आ रही है, वैसे-वैसे तमाम दल अपने-अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर रहे हैं. इसी कड़ी में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी गाजियाबाद के साहिबाबाद विधानसभा से अपने पहले हिंदू उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है. बता दें कि उन्होंने पंडित मनमोहन झा गामा को उम्मीदवार बनाया है. चलिए जानते हैं कौन है पंडित मनमोहन झा गामा...


काम ढूंढने दिल्ली आए थे मनमोहन



  • बता दें कि एआईएमआईएम से चुनाव का टिकट पाने वाले मनमोहन झा गामा बिहार के रहने वाले हैं.

  • मनमोहन ने सिर्फ दसवीं क्लास तक ही पढ़ाई की है.

  • गरीब परिवार से ताल्लुक रखने की वजह से मनमोहन ने शुरुआत से ही काफी संघर्ष किया है.

  • परिवार की आर्थिक हालात ठीक नहीं होने के चलते वो काम की तलाश में बिहार से दिल्ली आ गए.  


समाजवादी पार्टी का हिस्सा रह चुके हैं मनमोहन


दिल्ली आने के बाद मनमोहन झा गामा ने राजनीति में कदम रखा और अपनी पहचान बनाने के लिए एक लंबा सफर तय किया. जिसके बाद वो गाजियाबाद और साहिबाबाद क्षेत्र में अच्छी पकड़ बनाने में कामयाब रहे. बता दें कि मनमोहन एआईएमआईएम से पहले अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी में जिला उपाध्यक्ष और साहिबाबाद विधानसभा के प्रभारी भी रह चुके हैं.


मनमोहन ने ओवैसी के लिए कही ये बात


उम्मीदवार घोषित होने के बाद मनमोहन झा गामा ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी संविधान पर विश्वास करते हैं. उनके बारे में गलत कहा जाता है कि वो मुस्लिम पार्टी के नेता हैं. मुझ जैसे एक ब्राह्मण हिंदू को अपना उम्मीदवार बनाया. साईंबाबा विधानसभा क्षेत्र में एक मुस्लिम मुझे वोट करेगा, एक पूर्वांचली मुझे वोट करेगा और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों को हराने का काम करेगा.


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