UP Election 2022: योगी कैबिनेट से इस्तीफे के बाद अपनों के निशाने पर आए स्वामी प्रसाद मौर्य, अखिलेश बोले- सपा में स्वागत है
Swami Prasad Maurya News: स्वामी प्रसाद मौर्या ने योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा- 'घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं.'
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के काबीना मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अटकलें हैं कि मौर्य, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल हो सकते हैं. मंगलवार को मौर्या के इस्तीफे के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने उनके साथ तस्वीर ट्वीट की थी. हालांकि अभी तक मंत्री ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) से इस्तीफा नहीं दिया है. सूत्रों ने यहां तक दावा किया है कि मौर्य के इस्तीफे के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने उनसे फोन पर बात की है. उधर मौर्य के इस्तीफे के बाद नेताओं ने अलग-अलग प्रतक्रिया दी है. मौर्या पर भाजपा के ही कुछ नेताओं ने तंज कसा और उन्हें अवसरवादी तक करार दिया.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या (Keshav Prasad Maurya)ने ट्वीट कर अपील की है कि मौर्या संवाद स्थापित करें. डिप्टी सीएम ने ट्वीट किया- 'आदरणीय स्वामी प्रसाद मौर्य जी ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है मैं नहीं जानता हूं उनसे अपील है कि बैठकर बात करें जल्दबाजी में लिये हुये फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं.'
वहीं योगी सरकार के दूसरे मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने मौर्य पर तंज कसा. उन्होंने लिखा- 'स्वामी प्रसाद मौर्या जी का सपा ज्वाइन करना 'विनाशकाले विपरीत बुद्धि' जैसा है! अखिलेश यादव की डूबती नाव की सवारी स्वामी प्रसाद जी के लिए राजनैतिक आत्महत्या जैसा आत्मघाती निर्णय साबित होगा! भाजपा राष्ट्र को सर्वोपरि मानने वाली विचारधारा का नाम है!'
नंदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा- 'अवसरवादियों और परिवारवादियों के लिए सपा ही सही ठिकाना है! जय श्रीराम जय भाजपा तय भाजपा.' दूसरी ओर पार्टी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने डिप्टी सीएम केपी मौर्या और स्वामी प्रसाद मौर्या के बीच इशारों में तुलना की. उन्होंने लिखा-' केशव प्रसाद मौर्य = सूर्य, स्वामी प्रसाद मौर्य = अंधकार.'
इस्तीफे में स्वामी प्रसाद मौर्या ने लगाए यह आरोप
बता दें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेजे इस्तीफे में मौर्या ने उपेक्षा का आरोप लगाया है. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा- 'दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं.' उधर , मौर्या के इस्तीफे के बाद यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट कर उनका अपने दल में 'स्वागत' किया. उन्होंने लिखा- 'सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा.'
आगामी विधानसभा चुनाव में सपा के सहयोगी और पूर्व कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भी मौर्या के इस्तीफे पर टिप्पणी की. उन्होंने लिखा- 'सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा-पिछड़ो, दलितों,अल्पसंख्यकों,वंचितों का हक़ लूटने वालों का खदेड़ा होगा. भाजपा का विकेट गिरना शुरू हो गया है.. आगे देखते जाइये कतार लगने वाला है. 10 मार्च को सुभासपा व सपा गठबंधन की पूर्ण बहुमत सरकार बनेगी मा.अखिलेश यादव जी उप्र.के सीएम बनेंगे.'