kunda Assembly Election: राजा भैया के नाम से मशहूर निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह के जुड़वा बेटे अब चुनाव में अपने पिता के जनसत्ता दल के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं. बेटे शिवराज प्रताप सिंह और ब्रजराज प्रताप सिंह इंटरमीडिएट के छात्र हैं और ग्वालियर के सिंधिया स्कूल में पढ़ते हैं.
राजनीतिक गतिविधियों में दिख रहे सक्रिय
दरसल महामारी के कारण स्कूल बंद है, राजा भैया के जुड़वा बेटे पिछले एक महीने से प्रतापगढ़ में घर पर हैं. दोनों बेटों को कुंडा में उनके राजसी घर में होने वाली राजनीतिक गतिविधि में सक्रिय रूप से भाग लेते देखा जा सकता है.
चर्चा में ले रहें हैं भाग
राजाभैया के एक सहयोगी ने कहा कि राजा भैया जो कहते हैं उसे ध्यान से सुनते हैं, वे पार्टी के अन्य नेताओं के साथ चर्चा में भाग लेते हैं और राजनीति के नियमों को समझने की कोशिश करते हुए देखे जा सकते हैं. उनकी उपस्थिति ने उन लोगों में एक उत्साह पैदा कर दिया है जो युवा पीढ़ी को अपने बीच देखने के लिए उत्साहित हैं.
कुंडा सीट से लड़ रहे है चुनाव
राजा भैया अपनी कुंडा सीट से जनसत्ता दल के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. वह इस सीट से 1993 से लगातार जीत रहे हैं . उन्होंने 1997 में कल्याण सिंह की सरकार और फिर 2003 में मुलायम सिंह की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई है.
कुंडा के अलावा बाबागंज सीट पर भी है राजा भैया की विशेष पकड़
आपको बता दें कि कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया 2022 के विधानसभा चुनाव में पहली बार अपनी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के चुनाव चिह्न पर मैदान में होंगे. विधायक रघुराज प्रताप सिंह कुंडा विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज करते चले आ रहे हैं. कुंडा के अलावा बाबागंज विधानसभा सीट पर भी उनका दखल है. उनके समर्थन से तीन बार से विनोद सरोज विधायक निर्वाचित हुए हैं. इससे पहले विधायक विनोद के पिता रामनाथ सरोज भी दो बार विधायक निर्वाचित हो चुके थे.
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