UP Election 2022: कांग्रेस के महिला घोषणा पत्र 'शक्ति विधान' को लेकर पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने एबीपी गंगा से खास बातचीत की. प्रियंका गांधी ने कहा कि ये कदम सिर्फ चुनाव के नज़रिए से नहीं है बल्कि ये उनकी दिल से चाहत है कि महिलाएं आगे बढ़ें और सशक्त बनें. पार्टी को आखिर महिलाओं के लिए अलग से घोषणा पत्र क्यों लाना पड़ा इसकी वजह भी प्रियंका ने बताई. उन्होंने कहा कि इस समय महिलाओं को राजनीति में गंभीरता से नहीं लिया जा रहा. महिलाओं की 50 फीसदी आबादी है, इसलिए उनकी पूरी भागीदारी होनी चाहिए. उसकी समस्याएं को सुलझाने की कोशिश होनी चाहिए.
गैस सिलेंडर पकड़ा देंगे तो...
बिना बीजेपी का नाम लिए उस पर तंज कसते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, 'राजनीतिक दल सोचते हैं कि वे एक गैस सिलेंडर पकड़ा देंगे तो महिला के प्रति ज़िम्मेदारी पूरी हो जाएगी. ये बहुत गलत है और इसे बदलना है. महिलाओं को सशक्त करने के लिए काम करना है. तभी पार्टी ने सोचा कि उनके लिए अगर अलग से घोषणा पत्र बनाया जाए तो अच्छा होगा. ऐसा घोषणा पत्र जिसमें महिलाओं की खास समस्याओं के समाधान की बात करें, तो एक पहल करेंगे. उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को ऐसा करना चाहिए.
'यूपी में महिलाओं के साथ सबसे ज्यादा अत्याचार'
बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि सबसे ज्यादा शोषण और अत्याचार महिलाओं के साथ हुआ, खास तौर से यूपी में. उनको अपने पैरों पर खड़ा करने की सबकी जिम्मेदारी है. सिर्फ चैरिटी की तरह न दें कि चलो सिलिंडर दे दिया. प्रियंका गांधी ने कहा कि आज की नौजवान महिला लड़ना चाहती है.
अपने हक के लिए लड़ना चाहती हैं लड़कियां- प्रियंका गांधी
बीजेपी अक्सर ही कहती है कि जब मौका मिला तो कांग्रेस 60 साल में इज्जतघर नहीं दे पाई. इस सवाल के जवाब में प्रियंका गांधी ने कहा कि हर चीज की पहल और समय होता है. आज नौजवान लड़कियां अपने हक के लिए लड़ना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि हमने एक पहल की, एक नई चीज है ये, हमने आज शुरुआत की है. उन्होंने कहा कि वो यूपी की जिम्मेदार भी हैं और प्रभारी भी. घोषणापत्र बनवाया. उनकी आशा यही है कि पार्टी हर जगह ऐसा करें.
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